chhath puja 2024: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में चार दिवसीय महापर्व छठ की विशेष छटा केवल शहरों और गांवों में ही नहीं, बल्कि जेल के अंदर भी देखने को मिल रही है। इस साल मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय जेल में कुल 96 बंदी छठ महापर्व का व्रत कर रहे हैं। इनमें 49 पुरुष और 47 महिलाएं शामिल हैं, जिनमें से कई सजायाफ्ता और विचाराधीन हैं। इस अनुष्ठान में मुस्लिम और सिख बंदी भी भाग ले रहे हैं, जो इस पर्व की सामुदायिक भावना को दर्शाता है।
जेल प्रशासन की विशेष तैयारियां
जेल प्रशासन ने छठ व्रत करने वाले बंदियों के लिए विशेष तैयारियां की हैं। सभी व्रतियों को नए कपड़े और पूजा सामग्री दी गई है ताकि वे पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ पूजा कर सकें। इसके अलावा, जेल के अंदर कृत्रिम छठ घाट भी बनाया गया है, जिसमें सुंदर आकृतियों के साथ सजावट की गई है ताकि बंदी जेल के अंदर भी वास्तविक घाट का अनुभव कर सकें।
#Muzaffarpur स्थित शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा परिसर स्थित छठ घाट
— Thakur Divya Prakash (@Divyaprakas8) November 4, 2024
जेल में बंद कैदी करेंगे इसी घाट पर छठ पूजा#छठ_पर्व #छठपूजा2024 #छठपूजा #छठ_महापर्व #ChathhPuja #chathpooja pic.twitter.com/Y8IGw3vRL4
विधि-विधान से पूजा की व्यवस्था
छठ पूजा को लेकर जेल प्रशासन ने बंदियों के लिए पूरी व्यवस्था की है। मंगलवार को 'नहा खाए' की रस्म के बाद, बुधवार को सभी व्रती बंदियों ने 'खरना' का प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू किया। जेल अधीक्षक बृजेश मेहता ने बताया कि छठ पर्व को लेकर बंदियों को आवश्यक सामग्रियां और सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
सामुदायिक भावना और सहयोग
जेल के अन्य बंदी भी व्रत कर रहे बंदियों की मदद में जुटे हुए हैं, जिससे इस पर्व की सामुदायिक भावना और सहयोग की भावना देखने को मिल रही है। यह आयोजन दर्शाता है कि आस्था और परंपरा के महत्त्व को किसी भी प्रकार की सीमाओं में बांधा नहीं जा सकता।