Patna Colourful Auto: पटना शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों में ऑटो परिचालन को नियंत्रित करने के लिए शहर को तीन जोन में बांटने की योजना बनाई जा रही है। इसके तहत पटना नगर निगम, फुलवारी, खगौल, और दानापुर नगर परिषद क्षेत्र को शामिल किया गया है। इस योजना के तहत करीब 25,000 ऑटो को तीन अलग-अलग रंगों में कोडिंग करके परिचालन की अनुमति दी जाएगी।
तीन जोन में बंटेगी ऑटो सेवाएं
जोन-1 (पीला ऑटो): इसमें दानापुर, रूपसपुर, दीघा, एएन कॉलेज, जीपीओ, और पटना जंक्शन शामिल हैं। यह उत्तरी-पश्चिमी पटना का क्षेत्र होगा।
जोन-2 (हरा ऑटो): इसमें पटना जंक्शन, जीपीओ, पीएमसीएच, राजेंद्र नगर, गायघाट, पटना साहिब, और पाटलिपुत्र बस टर्मिनल शामिल हैं। यह उत्तरी-पूर्वी और दक्षिणी-पूर्वी पटना को कवर करेगा।
जोन-3 (ब्लू ऑटो): इसमें एम्स, अनीसाबाद गोलंबर, और पाटलिपुत्र बस टर्मिनल शामिल होंगे। यह दक्षिणी-पश्चिमी पटना का क्षेत्र होगा।
जोन से बाहर जाने पर जुर्माना
यदि कोई ऑटो चालक निर्धारित जोन से बाहर जाकर ऑटो चलाएगा, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा, बार-बार नियम का उल्लंघन करने पर ऑटो का परमिट रद्द करने की कार्रवाई भी हो सकती है।
ई-रिक्शा परिचालन पर विचार
ई-रिक्शा के परिचालन को लेकर भी एक योजना बनाई जा रही है, जिसमें थानावार परिचालन की अनुमति देने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन ने एक कमेटी का गठन किया है, जो इस पर अध्ययन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ऑटो चालकों के लिए निर्देश
प्रत्येक ऑटो चालक को अपने जोन के अनुसार कलर कोड का पालन करना अनिवार्य होगा। सभी ऑटो पर जोन के अनुरूप रूट कोड भी होना चाहिए। इसका उल्लंघन करने पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
ट्रैफिक की समस्या का समाधान
इस नई व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य शहर में जाम की समस्या को कम करना है, जो अधिक वाहनों और सड़कों के किनारे अवैध वेडिंग जोन के कारण उत्पन्न हो रही है। इस योजना से शहर के यातायात को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और आम जनता को राहत मिलेगी।