PATNA : पीएमसीएच के डॉ अजय के चाणक्य हॉस्टल में लगी आग के बाद नीट-पीजी 2024 की परीक्षा में बड़ा घपला होने का संदेह सामने आ गया है. जांच एजेंसियों ने जब पीएमसीएच के हॉस्टल में लगी आग के बाद जले हुए कुछ एडमिट कार्ड और 10 लाख रुपए की तह में जाना शुरू किया तो नीट पीजी 2024 की परीक्षा में बड़े खेल की आशंका को आधार मिलना शुरू हो गया. पीजी मेडिकल प्रवेश परीक्षा के पर्दाफाश में आधार बना 3 चिकित्सकों के नाम से बना ब्लैंक चेक. सूत्र बताते है की जांच के दौरान पुलिस को एम्स से एमबीबीएस कर चुके तीन डॉक्टरों डॉ अतुल, डॉ भागवत और डॉ नसीम के बलैंक चेक मिले हैं. वहीँ जांच के दौरान नीट पीजी 2021 और 2022 के एडमिट कार्ड भी बरामद हुए हैं, जिससे पता चलता है कि यह गिरोह वर्षों से परीक्षा माफियाओं के लिए काम कर रहा था. विशेष रूप से यह गिरोह नीट पीजी में भी सेटिंग कराता था. सूत्र यह भी बताते है की यह गिरोह नीट पीजी में लगातार सेंटिंग कर रहा था. सीबीआई नीट पीजी आयोजित कराने वाली संस्थान से जानकारी लेगी. सीबीआई और पुलिस की टीम एक साथ लगातार छापेमारी कर रही है. कई मेडिकल कॉलेजों के 60 से अधिक छात्रों और प्रशासनिक अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है. जल्द ही कई बड़े नाम इसमें सामने आने की संभावना जताई जा रही हैं. सूत्रों ने बताया जांच सही दिशा में जारी है. इससे परीक्षा में घोटाले का पर्दाफाश होगा.
नीट पीजी के लिए सेटिंग
जांच एजेंसी इस मामले को नीट यूजी 2024 के पेपर लीक के साथ नीट पीजी को ध्यान में रख कर जांच कर रही है. अधिकारियों को संदेह है कि यह गिरोह नीट पीजी में फर्जीवाड़ा किया था. अब तक 60 चिकित्सकों को जांच के दायरे में लाया गया है, जिनमें से 12 डॉक्टर एम्स से एमबीबीएस कर चुके हैं. डॉ अजय नीट पीजी में भी पास कराने की जिम्मेदारी लेता था. नीट पीजी में सेटिंग की संलिप्तता की जांच कर रही है.
परीक्षार्थियों का लिया जायेगा डिटेल
जांच टीम जल्द ही एनबीई व एमसीसी से कई कैंडिडेट्स का डेटा मिलाने करेगी. नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) नीट पीजी का आयोजन करती है. सीबीआइ एनबीइ से डेटा की जांच करेगी. कुछ जानकारी नीट पीजी के लिए काउंसेलिंग कराने वाली संस्थान मेडिकल काउंसेलिंग कमेटी (MCC) से भी विस्तृत जानकारी लेगी. एग्जाम में शामिल व काउंसेलिंग कराने वाले कैंडिडेट्स एक ही है या अलग-अलग इसकी भी जांच की जायेगी.