Eleveted Road Patna: पटना के अनीसाबाद से एम्स के बीच 7 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड रोड का निर्माण राज्य सरकार करेगी। पथ निर्माण विभाग को इस परियोजना की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पहले इस परियोजना को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के तहत बनाया जाना था, लेकिन भूमि अधिग्रहण और अन्य जटिलताओं को देखते हुए अब राज्य सरकार को इसे खुद बनाने का निर्देश दिया गया है।
परियोजना में बदलाव और नई योजना
विशेषज्ञों का मानना है कि चूंकि भूमि अधिग्रहण का कार्य राज्य सरकार को करना है, इसलिए निर्माण भी राज्य सरकार करेगी तो प्रक्रिया तेज होगी। इस परियोजना के लिए रिपोर्ट और प्राक्कलन नए सिरे से तैयार किए जाएंगे, जिसमें भूमि अधिग्रहण की लागत भी शामिल होगी। पुराने योजना के तहत अनीसाबाद मोड़ और फुलवारीशरीफ जंक्शन के बीच वाहनों की गति सीमा 20-35 किमी/घंटा थी, जो राष्ट्रीय राजमार्ग के मानकों से काफी कम है। इस कमी को दूर करने के लिए नया प्लान बनाया जा रहा है, जिसमें तीखे मोड़ को समाप्त करने के लिए अधिक भूमि अधिग्रहण किया जाएगा।
केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर एक चीफ इंजीनियर को नोडल अधिकारी नियुक्त करने को कहा है। यह अधिकारी केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय स्थापित करेगा, जिससे परियोजना का कार्य तेजी से पूरा हो सके। पिछले एक साल से इस परियोजना को लेकर पत्राचार चल रहा है।
जमीन अधिग्रहण में आ रही दिक्कतें
एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए अनीसाबाद से फुलवारी शरीफ के बीच तीखे मोड़ समाप्त करने हेतु जमीन अधिग्रहण जरूरी है। यह क्षेत्र घनी आबादी वाला है और दोनों तरफ बाजार और कॉम्प्लेक्स स्थित हैं। शहर और राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वाले वाहनों का दबाव इस इलाके में बहुत अधिक है। जमीन अधिग्रहण में हो रही देरी के कारण अब तक काम शुरू नहीं हो पाया है।
परियोजना से लाभ
एलिवेटेड रोड के बनने से अनीसाबाद, फुलवारी, और एम्स के बीच यातायात सुगम होगा। बाहर जाने वाले वाहन एलिवेटेड रोड से गुजरेंगे, जबकि स्थानीय यातायात नीचे की सड़क पर चलेगा। इससे जाम की समस्या का समाधान होगा। घनी आबादी को लाभ- यह रोड 100 से अधिक मोहल्लों की 5 लाख से अधिक आबादी के लिए लाभकारी होगा।जाम-मुक्त क्षेत्र: बेउर मोड़ से एम्स तक का क्षेत्र जाम-मुक्त होगा, जिससे यात्रा का समय कम होगा और यातायात सुचारू रहेगा।