Metro News: पटना सहित बिहार के 5 जिलों में जल्द ही मेट्रो सेवा शुरु होने वाली है। पटना मेट्रो के पहले चरण का काम लगभग खत्म होने वाला है। जानकारी अनुसार 15 अगस्त 2025 से पटना मेट्रो के पहले फेज का परिचालन भी शुरु हो जाएगा। वहीं अब पटना के बाद गय़ा में मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण का कार्य जल्द ही शुरु हो सकता है। गया मेट्रो रेल परियोजना के लिए प्रस्ताव दिया गया है। पहले चरण के तहत 22.60 किमी की दूरी में 18 स्टेशन बनेंगे।
पहले फेज में बनेंगे 18 स्टेशन
जानकारी अनुसार आईआईएम से बोधगया, गया जंक्शन होते हुए सन सिटी तक पहले चरण में मेट्रो लाइन बनाई जाएगी। जिसमें कुल 18 स्टेशन होंगे। वहीं दूसरे चरण में पहाड़पुर से विष्णुपद होते हुए लखनपुर तक 13.48 किलोमीटर मेट्रो का निर्माण होगा। इसमें कुल 10 स्टेशन होंगे। बताया जा रहा है कि गया में मेट्रो लाइन के निर्माण पर 7633 करोड़ खर्च होंगे।
रिट्स ने दी जानकारी
दरअसल बीते दिन यानी शुक्रवार को इसकी जानकारी गया कलेक्ट्रेट में रिट्स (रेल इंडिया टेक्नीकल एंड इकोनॉमिक सर्विस कंपनी) के अधिकारियों के द्वारा दी गई। गया में मेट्रो का काम शुरू करने से पहले रिट्स को सर्वे की जिम्मेदारी दी गई थी। वहीं बीते दिन इसको लेकर नगर विकास और आवास विभाग, गया नगर निगम और पटना मेट्रो रेल कोऑपेशन लिमिटेड की ओर से आयोजित बैठक में रिट्स के अधिकारियों ने गया मेट्रो रेल परियोजना की रुपरेखा रखी।
बैठक में मिले कई सुझाव
बैठक की अध्यक्षता सहकारिता सह पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रेम कुमार ने की। मौके पर मेयर गणेश पासवान, डीएम डॉ. त्यागराजन के अलावा कई गणमान्य मौजूद रहे। इस बैठक में बेलागंज विधायक मनोरमा देवी ने बेलागंज काली मंदिर और कोटेश्वरनाथ तक मेट्रो जोड़ने का सुझाव दिया। बोधगया विधायक कुमार सर्वजीत ने मेट्रो को महाबोधि मंदिर के पास तक पहुंचाने का सुझाव दिया। पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि मेट्रो शहर से दूर न होकर पास से गुजरे तो ज्यादा फायदा होगा। इससे शहर के लोगों को आवागमन में ज्यादा सुविधा होगी।
1 किमी गया मेट्रो निर्माण में खर्च होंगे 250 करोड़ रुपए
पूर्व बीजेपी अध्यक्ष अनिल स्वामी ने मेट्रो को पटवा टोली तक जोड़ने की बात कही। मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि गया में मेट्रो रेल परियोजना पर सभी के अच्छे सुझाव आए हैं। एक किलोमीटर मेट्रो निर्माण पर 250 करोड़ का खर्च आ रहा है। गया मेट्रो का काम दो फेज में होना है। जो सुझाव आए हैं उस पर कंपनी के लोग काम करेंगे। जिसके बाद जल्द की मेट्रो निर्माण के कार्य शुरु हो जाएंगे।