Gaya Metro: गया, बिहार की ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी, अब मेट्रो की सुविधा से सुसज्जित होने जा रही है। यह परियोजना न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए भी एक बड़ी सौगात साबित होगी। परिवहन के क्षेत्र में सुधार के लिए बिहार सरकार ने यह अहम कदम उठाया है। चाकंद-गया और गया-बोधगया मेट्रो परियोजना के लिए सर्वेक्षण का काम पूरा हो चुका है, और अब निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की योजना है।
मेट्रो रूट को लेकर नई जानकारी
मेट्रो परियोजना के रूट निर्धारण को लेकर ताजा अपडेट सामने आया है। सर्वे के पूरा होने के बाद अब दूसरे चरण में रूट तय किया जाएगा। इस संबंध में 6 दिसंबर को जिला मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी। यह बैठक जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में होगी। बैठक में जनप्रतिनिधियों, जिला परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मेयर, वार्ड पार्षद, और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
निर्माण एजेंसी और रूट निर्धारण
इस बैठक में मेट्रो निर्माण कार्य से जुड़ी एजेंसी के सीईओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी हिस्सा लेंगे। रूट निर्धारण पर चर्चा के दौरान कई प्रमुख स्थलों को शामिल किया जा सकता है, जैसे:
बेला का काली मंदिर
गया हवाई अड्डा
विष्णुपद मंदिर
प्रेतशिला मार्ग
बोधगया
मगध यूनिवर्सिटी
आईआईएम और आईआईएचएम जैसे शैक्षणिक संस्थान
मेट्रो परियोजना में स्थानीय नेतृत्व की भूमिका
गया में मेट्रो परियोजना को लेकर स्थानीय विधायक और बिहार सरकार के सहकारिता, वन और पर्यावरण मंत्री डॉ. प्रेम कुमार की अहम भूमिका रही है। उन्होंने गया के लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए यह प्रस्ताव रखा था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी कैबिनेट ने इस पर मुहर लगाई थी। एनडीए सरकार पहले ही इस परियोजना को मंजूरी दे चुकी है। मेट्रो निर्माण के लिए जिम्मेदार एजेंसी द्वारा सर्वेक्षण कार्य संपन्न किया गया है, और अब यह परियोजना निर्माण कार्य की ओर बढ़ रही है। गया में मेट्रो की शुरुआत विकास के एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है।