KHAGARIA NEWS : जिला के मड़ैया थाना अंतर्गत पिपरा लतीफ के अरुण सिंह की पत्नी रीता देवी 20 दिसंबर से घर से 1 लाख 35 हज़ार रुपए, आभूषण एवं मोबाइल लेकर फरार हो गई। उस समय अरुण सिंह दूसरे राज्य में मजदूरी करता था। जब मामले की सूचना मिली तो अरुण सिंह पिपरा लतीफ पहुंचा और खुद की पत्नी की खोज करने लगा। जब खुद से कुछ पता नहीं चल पाया फिर मड़ैया थाना को आवेदन दिया। मामला दर्ज करने के बाद जांच की जिम्मेवारी एस आई धर्मराज पाल को दिया गया।
धर्मराज पाल द्वारा अरुण सिंह को यह कहा गया कि आप 10000 रुपया का इंतजाम करो, तुम्हारी पत्नी को तीन दिनों के अंदर खोज देंगे। जिसके बाद अरुण सिंह द्वारा 5000 रुपया दिया गया। धर्मराज पाल ने पुनः एक गाड़ी का इंतजाम करने के लिए अरुण सिंह को कहा। फिर 7000 रुपए में भाड़े पर अरुण सिंह के द्वारा गाड़ी की गई। उस गाड़ी से धर्मराज पाल और अरुण सिंह मुजफ्फरपुर पहुंचे। वहां जा कर पता चला कि अरुण सिंह की पत्नी जिसके साथ भागी है वह मुजफ्फरपुर के ही एक थाने के चौकीदार का बेटा है। पत्नी को वापस लाने के बदले धर्मराज पाल और साथ में गए अरुण सिंह और उनके भाई को वापस बिना किसी जवाब के लाया गया। किसी भी सवाल का कोई भी जवाब धर्मराज पाल द्वारा पीड़ित व्यक्ति को नहीं दिया गया।
अब जब पीड़ित व्यक्ति मड़ैया थाने जाकर धर्मराज पाल से यह पूछता है कि आखिर कब तक मेरी पत्नी का पता चलेगा तो उसे थाने से डांट कर भगा दिया जा रहा है। अब पीड़ित अरुण सिंह ने आरक्षी अधीक्षक खगड़िया,पुलिस महानिरीक्षक पटना, पुलिस उपनिरीक्षक बेगूसराय ,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गोगरी को आवेदन देकर प्रशासन के द्वारा रुपया ऐंठने का आरोप लगाया है। अब देखने वाली बात है कि पीड़ित अरुण सिंह को पुलिस अधीक्षक द्वारा उनकी खुद की पुलिस के द्वारा किए गए अत्याचार बदले क्या कारवाई करते हैं,साथ ही पीड़ित अरुण सिंह की पत्नी को पुलिस कब तक खोज पाती है।
खगड़िया से अमित की रिपोर्ट