Patna metro: पटना मेट्रो के परिचालन का इंतजार अब लगभग खत्म होने वाला है। केवल 227 दिनों बाद, मेट्रो का पहला परिचालन खंड जनता के लिए खोला जाएगा। विशेष रूप से, कॉरिडोर 2 में स्थित भूतनाथ रोड स्टेशन को इसका केंद्रबिंदु माना जा रहा है। अपने आधुनिक डिज़ाइन और बेहतर कनेक्टिविटी के कारण यह स्टेशन चर्चा का विषय बना हुआ है।
भूतनाथ रोड स्टेशन और अन्य प्रमुख स्टेशन
पटना मेट्रो का कॉरिडोर 2 (ब्लू लाइन) कुल 14.05 किलोमीटर लंबा है। इसमें पांच प्रमुख एलिवेटेड स्टेशन बनाए जा रहे हैं:
भूतनाथ रोड
पाटलिपुत्र बस टर्मिनल
जीरो माइल
खेमनीचक
मलाही पकड़ी
ये स्टेशन न केवल यात्रियों की सुविधा को बढ़ाएंगे, बल्कि पटना की परिवहन प्रणाली को अधिक प्रभावी बनाएंगे।
भूमिगत निर्माण और लागत
कॉरिडोर 2 का एक हिस्सा भूमिगत बनाया जा रहा है। यह तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण कार्य है और इसके लिए 1,958 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है। भूमिगत स्टेशन न केवल जगह बचाएंगे, बल्कि आधुनिक तकनीक और सुरक्षा मानकों के अनुसार तैयार किए जाएंगे।
परियोजना का संचालन और वित्तीय सहयोग
इस परियोजना का निर्माण पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (PMRCL) द्वारा किया जा रहा है। परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए बिहार सरकार ने जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) से 5,158 करोड़ रुपये का कर्ज़ लिया है। इस वित्तीय सहयोग ने परियोजना की रफ्तार को तेज़ किया है।
2025: नए युग की शुरुआत
पटना मेट्रो का परिचालन 2025 में शुरू होने की उम्मीद है। पहले चरण में कॉरिडोर 2 जनता के लिए उपलब्ध होगा। भूतनाथ रोड स्टेशन, जो इस कॉरिडोर का हिस्सा है, न केवल आसपास के क्षेत्रों को जोड़ेगा बल्कि शहर के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।
भविष्य की तस्वीर
पटना मेट्रो का उद्देश्य बढ़ते यातायात दबाव को कम करना और यात्रियों को एक आधुनिक, तेज़ और सुरक्षित परिवहन सेवा देना है। भूतनाथ रोड स्टेशन जैसे केंद्र पटना को स्मार्ट सिटी की योजना के तहत एक नई पहचान देंगे और आधुनिक परिवहन का आदर्श प्रस्तुत करेंगे।