Patna - पटना पुस्तक मेला में संचालित राजस्व विभाग के स्टॉल का सचिव जय सिंह ने औचक निरीक्षण किया। ज्ञात हो कि दिनांक 6 से 17 दिसंबर तक चलने वाले पटना पुस्तक मेला में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा स्टॉल लगाकर राजस्व नक्शों एवं ऑनलाइन सेवाओं की सुविधा प्रदान की जा रही है। स्टॉल में सुबह से हीं लोगों की लंबी कतारें लग रहीं हैं। सचिव ने मेला में पहुँचकर नक्शा प्राप्त करने आये लोगों से बातचीत की तथा स्टॉल में मिल रही सेवाओं के बारे में उनका फीडबैक पूछा। सचिव ने स्टॉल का संचालन सही तरीके से हो इसके लिये पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिये। साथ हीं लोगों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो, इसका ध्यान रखने को भी कहा।
सभी 38 जिलों का नया तथा पुराना नक्शा मिल रहा है
स्टॉल पर राज्य के सभी 38 जिलों का नया तथा पुराना नक्शा मिल रहा है। विभाग द्वारा राजस्व नक्शों की बिक्री के लिए स्टॉल में 2 काउंटर बनाये गये हैं। दोनों काउंटर पर सीएस, आरएस, चकबंदी एवं म्युनिसिपल सर्वे नक्शा उपलब्ध है, जिन्हें 150 रुपया प्रति शीट का नगद भुगतान कर प्राप्त किया जा सकता है। स्टॉल पर आने वाले कई लोग अपने जमीन के बारे में बिना पूर्ण जानकारी के आ रहे हैं, जिनसे उन्हें फॉर्म भरने में असुविधा हो रही है। कई रैयतों को पर्याप्त नगद राशि नहीं होने के आभाव में भी नक्शा प्राप्त करने में असुविधा हुई। उलेखनीय है कि स्टॉल पर केवल नगद भुगतान की व्यवस्था मौजूद है।
रविवार को 50 से अधिक लोग परिमार्जन, म्यूटेशन तथा अन्य सेवाओं के लिये पुस्तक मेला आये। नक्शा लेने के लिये भी करीब दो सौ लोगों ने काउंटर पर फॉर्म भरा और प्राप्त किया। नक्शा प्राप्त करने के लिये काउंटर पर अपना डिटेल्स यानि मौजा/ गाँव का नाम, राजस्व थाना का नाम तथा नंबर, चादर संख्या और जिला का नाम भरकर जमा करना होता है। लोग सादे कागज पर भी अपनी सारी जानकारी भरकर नक्शा प्राप्त कर सकते हैं। स्टॉल पर आये कई लोगों ने बताया कि राजस्व विभाग का स्टॉल यहाँ लगे होने के कारण हीं वो पुस्तक मेला में आयें हैं। इसके लिये वो घर से हीं पर्याप्त जानकारी इकट्ठा कर आये थे, जिससे उन्होंने आसानी से अपने गाँव का नक्शा प्राप्त कर लिया।
जमुई से सिसिलिया मुर्मू अपना नक्शा लेने रविवार को मेला आयीं। उन्होंने कहा कि विभाग के तरफ से जमीन का कागज मिल रहा है। यहां आने के बाद मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। इसलिए कि मुझे सारे कागजात एक जगह ही प्राप्त हो जा रहे हैं। इसके पहले मुझे गुलजारबाग जाना पड़ता था। लेकिन यहां स्टॉल पर आधे घंटे में ही सारे कागजात उपलब्ध हो गए।विभाग की तरफ से उपलब्ध इस सेवा का लाभ लोग पटना पुस्तक मेला के आखिरी दिन यानी 17 दिसंबर तक उठा सकते हैं।
पटना से वंदना की रिपोर्ट