Bihar Teacher News: बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के ट्रांसफर की स्क्रूटिनी प्रक्रिया शुरू हो गई है। ट्रांसफर 4 चरणों में होगा। पहले चरण में रोगग्रस्त, विधवा, दिव्यांग शिक्षकों का ट्रांसफर होगा। दूसरे चरण में पति-पत्नी के आधार पर तबादला होगा। तीसरे और चौथे चरण में दूरी के आधार पर शिक्षकों का ट्रांसफर पोस्टिंग किया जाएगा। शिक्षा विभाग के एसीएस एस. सिद्धार्थ के दिशा निर्देश में इसके लिए गाइडलाइन तैयार किया गया है।
चरणबद्ध ट्रांसफर प्रक्रिया
ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए कुल आवेदन 1,90,332 मिले हैं। पहला चरण: गंभीर रोगी शिक्षक (कैंसर, किडनी, हृदय, लीवर रोग), दिव्यांग शिक्षक, विधवा और परित्यक्ता शिक्षिकाएं और मानसिक रूप से बीमार परिवार के सदस्य वाले शिक्षकों का ट्रांसफर पोस्टिंग किया जाएगा। इसमें कैंसर: 760, किडनी, हृदय, लीवर रोग: 2,579, दिव्यांग शिक्षक: 5,575, मानसिक रूप से बीमार परिवार वाले शिक्षक: 1,557 और विधवा और परित्यक्ता शिक्षिकाएं: 1,338 आवेदन मिले हैं।
ताबदले के लिए मिले आवेदन
दूसरा चरण में पति-पत्नी दोनों शिक्षकों के एक ही स्कूल या पंचायत में ट्रांसफर किया जाएगा। पति-पत्नी के आधार पर 16,356 आवेदन मिले हैं। तीसरा चरण में महिला शिक्षकों का ट्रांसफर, दूरी के आधार पर ट्रांसफर तो वहीं चौथा चरण में पुरुष शिक्षकों का ट्रांसफर दूरी के आधार पर किया जाएगा। दूरी के आधार पर ट्रांसफर के लिए सबसे अधिक 1,62,167 आवेदन मिले हैं। जिसमें 92,000 पुरुष, 70,167 महिला आवेदक शामिल हैं।
ट्रांसफर प्रक्रिया के नियम
ट्रांसफर केवल खाली सीटों पर किया जाएगा। एक चरण में ट्रांसफर के बाद रिक्त सीटों के आधार पर अगले चरण की प्रक्रिया शुरू होगी। सभी आवेदनों की स्क्रूटिनी के लिए 16 अधिकारियों की टीम बनाई गई है। इस प्रक्रिया के तहत, सरकार ने शिक्षकों के स्थानांतरण को पारदर्शी और चरणबद्ध तरीके से लागू करने का निर्णय लिया है। इससे शिक्षकों को उनके अनुरोध और योग्यता के अनुसार स्थानांतरित किया जाएगा।
कैसे होगा ट्रांसफर?
प्राथमिक शिक्षा के निदेशक के निर्देश पर स्क्रूटिनी के बाद शिक्षकों का चयन किया जाएगा। बारी-बारी से चरणों और कैटेगरी के आधार पर ट्रांसफर सुनिश्चित किया जाएगा। 8 कैटेगरी में शिक्षकों का ट्रांसफर होगा। पहले कैटेगरी में सीट खाली होने पर दूसरे कैटेगरी के शिक्षकों को स्थान मिलेगा। शिक्षकों का ट्रांसफर 4 चरण में होगा। इसके लिए 8 कैटेगरी बनाई गई है। पहले चरण में 5 कैटेगरी का ट्रांसफर होने बाद रिक्त सीटों पर दूसरे चरण का ट्रांसफर होगा। इसी तरह से घटते क्रम में तीसरे और चौथे चरण का ट्रांसफर होगा।