सर्दियों में एक फल सबके जुबान पर आता है, वो है अमरूद। क्या आपको पता है कि बेहद साधारण सा दिखने वाला यह फल सर्दियों का सुपरफूड है। खास बात ये है कि अमरूद का पेड़ गर्म इलाकों में उगते हैं और इसमें फल बरसात और ठंड के मौसम में ही आते हैं। यह मूल रूप से दक्षिण अमेरिका के गर्म इलाकों में उगाया गया। फिर लगभग 17वीं शताब्दी में पुर्तगाली इसे भारत लेकर आए।
अमरूद का स्वाद मीठा और क्रंची होता है। यह स्वाद के साथ सेहत का भी खजाना है। आयुर्वेद में इसके फल और पत्ती दोनों बेहद उपयोगी माने जाते हैं। भारत, चीन सहित कई देशों में लोग आज भी पेट खराब होने पर अमरूद की पत्तियों की चाय बनाकर पीते हैं। मेक्सिको जैसे कई देशों में पारंपरिक रूप से घावों को ठीक करने के लिए अमरूद के गूदे का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा यह मेंस्ट्रुअल क्रैंप्स और डायबिटीज में भी बेहद लाभदायक है।
हर सुपरफूड की तरह अमरूद भी बहुत कम कैलोरी और हाई न्यूट्रिशनल डेंसिटी वाला फल है। इसमें फैट बहुत कम होता है। मुख्य रूप से कार्ब्स और फाइबर होता है। अमरूद की खास बात यह है कि ये स्वाद में मीठा होकर भी विटामिन C से भरपूर होता है। मात्र 100 ग्राम अमरूद में रोजाना जरूरत का 380% विटामिन C मिल जाता है। इसके अलावा इसमें मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स भी होते हैं।
अमरूद में विटामिन A, B और C मौजूद होता है। इसमें फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। इसलिए यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है। इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और वेट मैनेजमेंट में मदद मिलती है। रोज अमरूद खाने से स्किन हेल्दी और चमकदार होती है।