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यूरिक एसिड में फायदेमंद है मूली, जानिए सेवन के तरीके

यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या होती है। मूली, जो विटामिन सी और हाई फाइबर से भरपूर है, इसे कम करने में मददगार है। जानें मूली के सेवन के सही तरीके।

मूली

यूरिक एसिड की समस्या आजकल काफी आम हो गई है, खासकर सर्दियों के मौसम में। यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में दर्द, सूजन और गाउट जैसी समस्याएं होती हैं। इसका मुख्य कारण हाई प्यूरिन फूड्स का अधिक सेवन है। ऐसे में मूली, जो एक साधारण लेकिन बेहद फायदेमंद सब्जी है, आपकी मदद कर सकती है।


मूली क्यों है फायदेमंद?

मूली में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें कैलोरी कम, फाइबर अधिक और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है। इसके अलावा मूली में प्यूरिन की मात्रा भी बेहद कम होती है, जो इसे यूरिक एसिड के मरीजों के लिए आदर्श बनाती है।


प्यूरिन को कम करने में मददगार

मूली शरीर में प्यूरिन को डिटॉक्स करने का काम करती है। इसमें इंडोल-3-कारबिनोल और 4-मिथाइलथियो-3-ब्यूटेनाइल-आइसोथियोसाइनेट जैसे यौगिक होते हैं, जो लिवर को डिटॉक्सीफाई करते हैं। यह किडनी को भी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।


यूरिक एसिड क्रिस्टल को बनने से रोकती है

यूरिक एसिड बढ़ने पर यह क्रिस्टल के रूप में जोड़ों और हड्डियों में जमा हो जाता है, जिससे गाउट की समस्या बढ़ती है। मूली का नियमित सेवन खून से अतिरिक्त यूरिक एसिड को निकालने और क्रिस्टल बनने की प्रक्रिया को रोकने में मदद करता है।


मूली का सेवन कैसे करें?

यूरिक एसिड की समस्या में मूली का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है:

सलाद के रूप में: कच्ची मूली को काटकर सलाद के रूप में खाएं।

मूली का जूस: मूली और अजवाइन का जूस बनाकर रोजाना खाली पेट पिएं।

पकाई हुई सब्जी: मूली की सब्जी बनाकर इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करें।

पराठा: मूली का पराठा एक स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर विकल्प हो सकता है।


सावधानियां

हालांकि मूली फायदेमंद है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है: मूली का अत्यधिक सेवन पेट में गैस या अपच का कारण बन सकता है। यदि आपको पित्ताशय की समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह से ही इसका सेवन करें।


निष्कर्ष

मूली यूरिक एसिड कम करने में एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय हो सकती है। इसका सही मात्रा और सही तरीके से सेवन करने से न केवल यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रित रहेगा, बल्कि जोड़ों का दर्द और सूजन भी कम होगी। इसे अपने आहार में शामिल करें और इसके अद्भुत लाभों का आनंद उठाएं।

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