कई बार जब हम लगातार काम करते हैं तो स्ट्रेस का लेवल काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसकी वजह से तेज दर्द महसूस होने लगता है। सिरदर्द वैसे तो आम समस्या मानी जाती है, लेकिन कई बार ये माइग्रेन का संकेत भी हो सकता है। माइग्रेन की स्थिती में सिर के किसी खास हिस्से में दर्द महसूस होने लगता है। ऐसे में अगर बार-बार सिर में तेज दर्द महसूस कर रहे हैं तो इसे इग्नोर न करें। इसको लेकर कुछ टीप्स हम आपको बताएं।
माइग्रेन के सबसे कॉमन लक्षणों में उल्टी या फिर चक्कर आना है। माइग्रेन होने पर व्यक्ति किसी भी काम में फोकस नहीं कर पाता है। कई बार शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव भी माइग्रेन का कारण बन सकते हैं। किमाइग्रेन के दर्द को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक उपायों को फॉलो किया जा सकता है। अब इस दर्द में किन-किन चीजों को फॉलो करना चाहिए आइए जानते हैं।
त्रिफला में आंवला, बहेड़ा और हरड़ जैसी चीजों को शामिल किया जाता है। इसे खाने से माइग्रेन के दर्द में राहत मिलती है। त्रिफला का नियमित सेवन करने से शरीर में से टॉक्सिंस भी बाहर निकलते हैं। इसके साथ ही, ये पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाने का काम करते हैं। रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ एक चम्मच त्रिफला पाउडर खा सकते हैं। शरीर की गर्मी को शांत करने के लिए ब्राह्मी भी काफी फायदेमंद साबित होती है। यह पित्त की समस्या को भी दूर करने में मदद करती है। अगर माइग्रेन का दर्द बार-बार परेशान कर रहा है तो आप रात के समय ब्राह्मी की चाय पी सकते हैं।
नारियल का पानी हार्मोनल बदलाव को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके साथ ही, डिहाइड्रेशन की समस्या को कम करता है। अगर आप हफ्ते में कम से कम तीन बार नारियल पानी पीते हैं तो माइग्रेन के दर्द में राहत मिलता है। इसके साथ ही स्ट्रेस कम रखें, इसकी वजह से भी माइग्रेन का दर्द होता है। ज्यादा देर तक स्क्रीन देखने की वजह से भी ये दर्द हो सकता है।