डॉ. गुप्ता के अनुसार, सर्दी में बच्चों को गर्म और आरामदायक कपड़े पहनाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि बच्चों के हाथ-पैर ढककर रखना चाहिए और उन्हें ठंडी हवा व पानी से बचाना चाहिए। ठंड के मौसम में बच्चों के बीच कोल्ड डायरिया और निमोनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
कोल्ड डायरिया से बचाव के उपाय
कोल्ड डायरिया से बच्चों को बचाने के लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। डॉ. गुप्ता ने बताया:
बच्चों को हमेशा उबला हुआ या साफ पानी पिलाएं।
उनका खाना ढककर रखें ताकि वह दूषित न हो।
बच्चों के खिलौनों और बर्तनों को भी साफ रखें।
ये छोटे-छोटे उपाय कोल्ड डायरिया जैसी बीमारियों को रोकने में मददगार हो सकते हैं।
स्तनपान को बनाए रखें
शिशुओं के लिए ठंड के मौसम में स्तनपान जारी रखना बेहद जरूरी है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि स्तनपान से बच्चों का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे वे बीमारियों से बेहतर तरीके से लड़ सकते हैं। माता-पिता को बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए और ठंड में उनकी देखभाल में कोई कोताही नहीं करनी चाहिए।
हल्का पानी पिलाएं
डॉ. गुप्ता ने बताया कि सर्दियों में भी बच्चों को नियमित रूप से पानी पिलाना चाहिए। उन्होंने इस भ्रम को दूर किया कि ठंड में बच्चों को ठंडा पानी पिलाने से नुकसान होता है। इसके बजाय, हल्का गर्म पानी हर दो घंटे के अंतराल पर पिलाने से बच्चों की सेहत बेहतर रहती है और डिहाइड्रेशन से बचाव होता है।
ठंड का मौसम बच्चों के लिए खास ध्यान देने का समय है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सुमंत गुप्ता के सुझावों के अनुसार, सही देखभाल और सफाई के साथ बच्चों को गर्म कपड़े पहनाने और हल्का पानी पिलाने से उन्हें बीमारियों से बचाया जा सकता है। माता-पिता को इन उपायों को अपनाकर बच्चों को स्वस्थ और खुशहाल रखने का प्रयास करना चाहिए।