सोशल मीडिया पर प्रेग्नेंसी से जुड़े कई भ्रामक दावे वायरल हो रहे हैं। हाल ही में एक रील में कहा गया कि गर्भवती महिला के पेट के दाहिने तरफ दर्द का मतलब है कि गर्भ में लड़का है। हमने विशेषज्ञों से बात की, जिन्होंने इसे मिथक बताया। डॉक्टरों ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान किसी भी तरह के दर्द या लक्षण से शिशु के लिंग का पता नहीं लगाया जा सकता। इस तरह के मिथकों से सावधान रहें।
क्या यह दावा सच है?
हमने इस दावे की सच्चाई जानने के लिए मुंबई के जसलोक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी और फीटल मेडिसिन विशेषज्ञ, डॉ. शिल्पा अग्रवाल से बात की। उन्होंने बताया कि यह दावा पूरी तरह से गलत और बिना किसी वैज्ञानिक आधार का है। डॉक्टर शिल्पा के अनुसार, गर्भ में शिशु का लिंग उसके गुणसूत्रों पर निर्भर करता है और गर्भावस्था के दौरान होने वाले दर्द या अन्य लक्षणों से शिशु के लिंग का कोई संबंध नहीं होता।
मिथकों से सावधान रहें
पुराने समय से गर्भवती महिलाओं के लक्षणों के आधार पर शिशु के लिंग का अनुमान लगाने की कोशिश की जाती रही है। डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि दाएं, बाएं या बीच में होने वाला दर्द शिशु के लिंग का संकेत नहीं देता।
निष्कर्ष
सजग टीम की फैक्ट चेक में पाया गया कि पेट के दाहिने तरफ दर्द और गर्भ में लड़के के होने का दावा केवल एक मिथक है। सोशल मीडिया पर ऐसी भ्रामक जानकारियों से बचना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए विशेषज्ञ की राय लें।
(नोट: कृपया इस जानकारी को साझा करें और दूसरों को मिथकों से बचने में मदद करें।)