बिहार से होकर चलनेवाली एक्सप्रेस ट्रेन के एसी बोगी में मिला हथियारों का जखीरा, पिस्टल पर 'Made in USA' और 'Army Supply' देख पुलिस के उड़े होश

बिहार से होकर चलनेवाली एक्सप्रेस ट्रेन  के एसी बोगी में मिला

Jamui : बिहार के जमुई में रेल पुलिस ने बुधवार की देर रात एक बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए मौर्य एक्सप्रेस से हथियारों का जखीरा बरामद किया है। ट्रेन संख्या 15028 डाउन मौर्य एक्सप्रेस की एसी बोगी से लावारिस हालत में मिले एक बैग ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। बरामद हथियारों में से एक पिस्टल की मैगजीन पर 'मेड इन यूएसए' (Made in USA) और बैरल पर 'ऑनली आर्मी सप्लाई' (Only Army Supply) खुदा हुआ मिला है। ट्रेन से विदेशी मार्किंग और सेना की आपूर्ति वाले हथियारों का मिलना किसी बड़े नेटवर्क की ओर इशारा कर रहा है।

घटना का खुलासा एक यात्री की सतर्कता से हुआ। ट्रेन जब किऊल से जसीडीह के लिए जा रही थी और जमुई स्टेशन पर पहुंची, तभी एसी बोगी ए-1 (A-1) की बर्थ संख्या 29 पर बैठे एक यात्री ने एस्कॉर्ट पार्टी को सूचना दी। यात्री ने बताया कि उसकी सीट के नीचे काफी देर से एक काले रंग का पिट्ठू बैग पड़ा है, जिसका कोई दावेदार नहीं है।

 ट्रेन में गश्त कर रहे हवलदार रजनीश कुमार और सिपाही ओम प्रकाश कश्यप ने तुरंत वहां पहुंचकर यात्रियों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने बैग अपना नहीं बताया। एस्कॉर्ट पार्टी ने बैग को जब्त कर लिया और ट्रेन के रात सवा दस बजे झाझा स्टेशन पहुंचने पर उसे जीआरपी थाने लाया गया।

थाने में जब बैग की तलाशी ली गई, तो उसके अंदर से खाली मैगजीन लगी दो देसी पिस्टल, दो अतिरिक्त खाली मैगजीन, 18 जिंदा कारतूस और एक मिसफायर कारतूस बरामद हुआ। हथियारों पर 'मेड इन यूएसए' लिखा होना अचंभे में डालने वाला है। पुलिस अब बैलिस्टिक जांच के जरिए यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या ये हथियार वाकई विदेशी और सेना के हैं, या फिर मुंगेर या किसी अन्य अवैध फैक्ट्री में तैयार कर उन पर फर्जी मार्किंग की गई है।

झाझा रेल थानाध्यक्ष बृंद कुमार ने बरामदगी की पुष्टि करते हुए बताया कि अज्ञात तस्करों के खिलाफ कांड संख्या 126/25 (दिनांक 11.12.25) दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी गई है। चूंकि मौर्य एक्सप्रेस यूपी के गोरखपुर से ओडिशा के संबलपुर तक जाती है, इसलिए यह जांच का विषय है कि हथियार कहां से लोड किए गए थे और इनकी डिलीवरी कहां होनी थी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और रिजर्वेशन चार्ट के जरिए उस बर्थ पर यात्रा करने वाले और आसपास के लोगों का पता लगा रही है।