Jamui Chhath Puja: जमुई में छठ पूजा से पहले दर्दनाक हादसा! सफाई के दौरान दो युवकों की मौत, गांव में मातम

Jamui Chhath Puja: बिहार के जमुई जिले के विजैया गांव में छठ घाट की सफाई के दौरान दो युवकों की डूबने से मौत हो गई। तीसरे युवक को बेहोशी की हालत में बचाया गया।

Jamui Chhath Puja
छठ की तैयारी के बीच हादसा- फोटो : social media

Jamui Chhath Puja: बिहार के जमुई जिले के सोनो प्रखंड के अंतर्गत आने वाले चरकापत्थर थाना क्षेत्र के विजैया गांव में उस समय कोहराम मच गया जब छठ घाट की सफाई के दौरान दो युवकों की मौत हो गई।यह हादसा उस वक्त हुआ जब दर्जनभर से अधिक युवक मोरवैया आहर में छठ पूजा की तैयारी और सफाई कर रहे थे। सफाई पूरी करने के बाद जब कुछ युवक नहाने के लिए पानी में उतरे, तभी यह दर्दनाक घटना घटी।मृतकों की पहचान सतीश कुमार (18) पुत्र गेनो रविदास, और सचिन कुमार (20) पुत्र सुनील रविदास के रूप में की गई है। वहीं तीसरा युवक छोटेलाल दास, पुत्र मुन्ना रविदास, गंभीर अवस्था में इलाजरत है।

हादसे की पूरी कहानी सफाई के बाद स्नान में डूबे युवक

ग्रामीणों के अनुसार, शनिवार दोपहर तक छठ घाट की सफाई का काम पूरा होने के बाद कुछ युवक घर लौट गए जबकि चार युवक वहीं रुककर नहाने लगे।सतीश और सचिन जब पानी में गए, तो अचानक उनका पैर फिसल गया और दोनों गहरे हिस्से में चले गए।तीसरा युवक छोटेलाल उन्हें बचाने के लिए तुरंत कूदा, लेकिन वह भी आहर के नीचे के घास और कीचड़ में फंस गया।

चौथे युवक ने शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के ग्रामीण वहां पहुंचे और पानी में उतरकर रेस्क्यू शुरू किया।ग्रामीण तैराकों ने बड़ी मशक्कत के बाद तीनों को पानी से बाहर निकाला। लेकिन तब तक सतीश और सचिन की सांसें थम चुकी थीं, जबकि छोटेलाल बेहोश हालत में था।

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

घटना की जानकारी मिलते ही चरकापत्थर थाना से पुलिस पदाधिकारी प्रमोद राम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।उन्होंने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जमुई सदर अस्पताल भेज दिया।घटना की पुष्टि करते हुए थाना प्रभारी ने बताया कि ग्रामीणों ने बताया था कि छठ पूजा के लिए आहर की सफाई की जा रही थी और उसी दौरान हादसा हुआ।पुलिस ने अपील की है कि लोग छठ की तैयारी के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करें और असुरक्षित पानी वाले घाटों में गहराई जांचे बिना प्रवेश न करें।

गांव में पसरा सन्नाटा मातम और आंसुओं का सागर

जब सतीश और सचिन के शव गांव पहुंचे तो पूरे विजैया गांव में चीख-पुकार मच गई।दोनों युवक न सिर्फ परिवार के सहारे थे, बल्कि गांव में अपनी मेहनत और हंसमुख स्वभाव के लिए जाने जाते थे। गांव की गलियां मातम में डूबी हैं। छठ पूजा की तैयारियां जो उत्सव का माहौल बना रही थीं, अब शोक का प्रतीक बन गई हैं।