Jamui Labour Bank Account: 3 सौ रुपये की दिहाड़ी कमाने वाला मजदूर अचानक बना खरबपति! बैंक अकाउंट में आ गए 10 अरब रुपये, जानें पूरा मांजरा
Jamui Labour Bank Account:बिहार के जमुई में टेनी मांझी नामक मजदूर के खाते में अचानक 10 खरब से अधिक की रकम आ गई। जानिए यह मामला क्या है, कैसे हुआ खाता फ्रीज और क्या है प्रशासन की प्रतिक्रिया।

Jamui Labour Bank Account: बिहार के जमुई ज़िले के अचहरी गांव में रहने वाले टेनी मांझी, जो जयपुर में प्लंबर का काम करते हैं, उनके जीवन में एक ऐसी घटना घट गई, जो शायद ही किसी आम व्यक्ति ने अनुभव की हो।मंगलवार (5 अगस्त 2025) की सुबह जब टेनी अपने पिता को दवा के पैसे भेजने के लिए मोबाइल से अपना बैंक बैलेंस चेक कर रहे थे, तो उनके होश उड़ गए। स्क्रीन पर जो रकम दिखाई दे रही थी वह 10 खरब 1 करोड़ 35 लाख 6000 रुपये थी — एक ऐसी राशि जिसकी गिनती सामान्य व्यक्ति तो क्या, मोबाइल स्क्रीन भी पूरा नहीं दिखा पा रही थी।टेनी मांझी ने बताया कि मुझे तो गिनती ही नहीं आ रही थी, इतना पैसा कैसे आ गया, समझ में ही नहीं आया। मैंने तुरंत अपने परिवार को फोन करके बताया।
बैंक की कार्रवाई खाते को तुरंत फ्रीज किया गया
टेनी मांझी जब पैसे निकालने बैंक पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि उनका खाता फ्रीज कर दिया गया है। बैंक अधिकारियों ने बताया कि खाते में यह बड़ी राशि अचानक आने के कारण सिस्टम ने इसे संदिग्ध मानते हुए रोक दिया।उनके अनुसार मेरे अकाउंट में पहले 500 रुपए थे, अब वो भी नहीं निकल रहे हैं।इसका मतलब यह हुआ कि टेनी अपनी आम जरूरतों के लिए भी अपने पैसों का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं।
टेक्निकल फॉल्ट या साइबर चूक?
इस पूरे घटनाक्रम के बाद साइबर डीएसपी राजन कुमार ने कहा कि यह 36 डिजिट की राशि है। इसे हम ट्रिलियन-बिलियन की श्रेणी में मान रहे हैं। फिलहाल इसे बैंकिंग तकनीकी गलती (Technical Fault) मान रहे हैं, लेकिन पूरी जांच चल रही है। बैंक ने खाता फ्रीज कर दिया है।इनकम टैक्स विभाग को भी सूचना दी गई है।बैंकिंग सिस्टम की समीक्षा की जा रही है।किसी फ्रॉड या साइबर धोखाधड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया गया है।
टेनी मांझी की मानसिक स्थिति और अपील
टेनी मांझी एक साधारण मजदूर हैं, जो पहले मुंबई में काम कर चुके हैं और अब जयपुर में प्लंबर का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि यह खाता उन्होंने 2024 में ही खुलवाया था।वह बेहद डरे हुए हैं और कहते हैं कि मुझे डर है कि कहीं इस मामले में मुझे फंसा न दिया जाए। मैंने सरकार और बैंक से गुहार लगाई है कि वे मेरी मदद करें और खाते को सामान्य स्थिति में लाया जाए।