Bihar News: बिहार के सबसे बड़े पुल की रेलिंग एक फिर 7 इंच खिसक गई है। पुल की रेलिंग के खिसकने से पुल पर यात्रा कर रहे लोगों पर खतरा मंडरा रहा है। जानकारी अनुसार कोसी पुल पर मरम्मत कार्य के चलते लंबे जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है। यह पुल बिहार के 12 जिलों और सात पूर्वोत्तर राज्यों को जोड़ता है, लेकिन रेलिंग खिसकने के कारण इसकी मरम्मत की जा रही है। पुल पर वाहनों का संचालन वनवे कर दिया गया है, जिससे एनएच-31 और एसएच-77 पर वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं। अगले 15 दिनों तक यातायात प्रभावित रहेगा।
पुल की रेलिंग 7 इंच खिसकी
एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) पुल की रेलिंग को मजबूती देने और संरचनात्मक सुधार के लिए मरम्मत कार्य कर रहा है। पिछले साल दिसंबर में भी पुल की रेलिंग 6 से 7 इंच खिसक गई थी, जिससे सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए थे। उस समय अस्थायी मरम्मत की गई थी, लेकिन इस बार पूरी रेलिंग बदली जा रही है।
श्रद्धालुओं के आगमन से बढ़ेगी मुश्किल
माघी पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचेंगे, जिससे जाम की समस्या और बढ़ने की आशंका है। पुल पर क्रॉस बैरियर लगाए गए हैं ताकि वाहनों की गति को नियंत्रित किया जा सके, लेकिन इससे भी ट्रैफिक सुचारू नहीं हो पा रहा है।
यात्रियों को झेलनी होगी परेशानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि मरम्मत कार्य जल्द पूरा नहीं हुआ, तो हादसे का खतरा बढ़ सकता है। एनएचएआई के मुताबिक, मरम्मत में कम से कम 15 दिन और लगेंगे, जिसके दौरान यात्रियों को भारी ट्रैफिक जाम और इंतजार का सामना करना पड़ेगा।
पुल की स्थिति और ओवरलोड वाहनों की समस्या
कोसी पुल का निर्माण 1962 में हुआ था, और यह बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए अहम कड़ी है। हर दिन हजारों वाहन इस पुल से गुजरते हैं, लेकिन ओवरलोडिंग और बढ़ते यातायात दबाव के कारण पुल की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। 2010 और 2015 में पुल की मरम्मत हुई थी, लेकिन भारी वाहनों के दबाव से समस्या बनी रही। 1 फरवरी 2019 को पुल की वायरिंग टूट गई थी, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही रोकनी पड़ी थी। इसके बावजूद ओवरलोड वाहनों का आवागमन लगातार जारी है, जिससे पुल की स्थिति और खराब हो रही है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि बिना जरूरी काम के पुल से आवागमन न करें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। पुल की मरम्मत जल्द पूरी करने का आश्वासन दिया गया है, लेकिन तब तक यात्रियों को धैर्य बनाए रखने और ट्रैफिक नियमों का पालन करने की सलाह दी गई है।