Bihar News : कटिहार में महानंदा नदी में नाव ने मारी पलटी, दादा-पोती की डूबने से हुई मौत, परिजनों में मचा कोहराम

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KATIHAR : जिले के अमदाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत दुर्गापुर पंचायत में रविवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। बहरसाल गोविंदपुर गांव के समीप महानंदा नदी की उपधार पार करने के दौरान टीन की बनी एक छोटी नाव असंतुलित होकर पलट गई। इस हादसे में नाव पर सवार दादा और उनकी मात्र दो वर्षीय पोती की डूबने से मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

खेत देखने जाने के दौरान हुआ हादसा

मृतकों की पहचान बहरसाल गोविंदपुर वार्ड संख्या-6 निवासी 49 वर्षीय अशोक मंडल और उनकी पोती रुचिता मंडल के रूप में हुई है। परिजनों ने बताया कि अशोक मंडल अपनी पोती के साथ छोटी नाव पर सवार होकर महानंदा की उपधार पार कर रहे थे। वे नदी के दूसरी ओर स्थित अपने मक्का के खेत को देखने जा रहे थे, तभी अचानक पानी के बीच नाव का संतुलन बिगड़ गया और दोनों गहरे पानी में समा गए।

ग्रामीणों ने की बचाने की कोशिश

घटना की जानकारी मिलते ही वार्ड सदस्य पप्पू यादव और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए। ग्रामीणों ने साहस का परिचय देते हुए तुरंत पानी में छलांग लगाई और काफी खोजबीन के बाद दोनों को बाहर निकाला। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब उन्हें पानी से बाहर निकाला गया, तब उनकी सांसें बहुत धीमी चल रही थीं, जिससे बचने की उम्मीद जगी थी।

अस्पताल में डॉक्टरों ने किया मृत घोषित

आनन-फानन में ग्रामीणों और परिजनों ने दोनों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) अमदाबाद पहुंचाया। वहां मौजूद चिकित्सकों ने तत्काल जांच शुरू की, लेकिन दुर्भाग्यवश दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। अस्पताल में मौत की पुष्टि होते ही परिजनों के चीत्कार से पूरा परिसर गूंज उठा। गांव के लोगों का कहना है कि अशोक मंडल अपनी पोती से बहुत प्यार करते थे और अक्सर उसे साथ ले जाया करते थे।

गांव में पसरा मातमी सन्नाटा

एक ही परिवार के दो सदस्यों, विशेषकर एक मासूम बच्ची की मौत से बहरसाल गोविंदपुर गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है। पुलिस को घटना की सूचना दे दी गई है और शवों के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। छोटी नावों के असुरक्षित परिचालन ने एक बार फिर एक हँसते-खेलते परिवार की खुशियाँ छीन ली हैं। 

श्याम की रिपोर्ट