Bihar NIA Raid: NIA की रेड से बिहार में हड़कंप, कटिहार टू श्रीनगर कनेक्शन, हिरासत में इकबाल, डर और तनाव का माहौल

Bihar NIA Raid: बिहार के कटिहार जिले के सेमापुर थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकवादी गतिविधियों और टेरर फंडिंग के खिलाफ एक बड़े पैमाने पर गहन कार्रवाई शुरू कर दी है।...

Bihar NIA Raid:  NIA की रेड से बिहार में हड़कंप, कटिहार टू श
NIA के रेड से बिहार में हड़कंप- फोटो : reporter

Bihar NIA Raid:  बिहार के कटिहार जिले के सेमापुर थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकवादी गतिविधियों और टेरर फंडिंग के खिलाफ एक बड़े पैमाने पर गहन कार्रवाई शुरू कर दी है। आधिकारिक पुष्टि के अनुसार, NIA की टीम ने सुखासन गांव में अचानक छापेमारी कर कई लोगों को चौंका दिया। जानकारी के मुताबिक, इकबाल नामक शख्स को उसके घर से हिरासत में लिया गया है। इस दौरान उसके घरवालों को एक लिखित नोटिस भी सौंपा गया, जिसकी पुष्टि उनके भाई और स्थानीय सीएसपी संचालक वसिक ने की है। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई सर्च वारंट के आधार पर की गई थी।

सूत्रों का कहना है कि कटिहार जिले के सेमापुर क्षेत्र में NIA की टीम ने इकबाल और रिजाबुल के ठिकानों को निशाना बनाया। फिलहाल रिजाबुल जेल में बंद है, जबकि इकबाल पहले आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था और अब उसके घर पर मौजूद नहीं था। हालांकि, NIA की टीम ने उसके ठिकाने पर दस्तावेजों, डिजिटल उपकरणों और अन्य संभावित सुरागों की जांच शुरू कर दी है।

गांव के लगभग आधा दर्जन स्थानों पर छापेमारी जारी है और स्थानीय लोग हड़कंप में हैं। इस कार्रवाई को आतंकवादी नेटवर्क के वित्तीय संसाधनों को खत्म करने और उनकी साजिशों को नाकाम करने के उद्देश्य से अंजाम दिया जा रहा है। एजेंसी का कहना है कि इस ऑपरेशन के तहत मिले डिजिटल और दस्तावेजी सबूतों से आतंकियों के नेटवर्क को उजागर करने में मदद मिलेगी।

जानकारी यह भी है कि NIA इस मामले में गहन और सतत जांच कर रही है। उनके निशाने पर केवल संदिग्धों के ठिकाने नहीं हैं, बल्कि उनके वित्तीय लेन-देन, संपर्क और नेटवर्क तक की छानबीन की जा रही है। इससे आतंकवादी संगठनों के आर्थिक संसाधनों पर बड़ा असर पड़ने की उम्मीद है।

स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी इस ऑपरेशन में NIA का सहयोग कर रही है, ताकि कार्रवाई तेज और प्रभावशाली हो। ग्रामीणों में डर और तनाव का माहौल है, क्योंकि इस तरह की अचानक छापेमारी क्षेत्र में नई साजिशों और आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए की गई है।

इस गहन छापेमारी से स्पष्ट हो गया है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि को नजरअंदाज नहीं कर रही है और आतंकवाद से जुड़े नेटवर्क को धराशायी करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।