Bihar News: कटिहार–पूर्णिया बॉर्डर पर ग्रामीणों ने खुद बनाया सड़क, श्रमदान और चंदे से बना तीन किलोमीटर रोड, प्रशासन की बेरुख़ी पर उठे सवाल

Bihar News: कटिहार–पूर्णिया बॉर्डर पर ग्रामीणों ने खुद बनाया
श्रमदान से बनी सड़क - फोटो : SHYAM

KATIHAR : आज़ादी के 77 साल बाद भी जब सड़क और पुल जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए सरकारी पहल नहीं हुई, तो कटिहार-पूर्णिया बॉर्डर के महनोर गांव के लोगों ने अपने दम पर विकास की मिसाल पेश की है। करीब छह हज़ार की आबादी वाले इस गांव के लोगों ने आपस में चंदा इकट्ठा किया और फिर श्रमदान देकर लगभग तीन किलोमीटर लंबा सड़क निर्माण खुद ही शुरू कर दिया। यह सड़क गांव को कटिहार और पूर्णिया दोनों जिलों से जोड़ती है।

महनोर गांव की भौगोलिक स्थिति अनोखी है ,सड़क का डेढ़ किलोमीटर हिस्सा कटिहार जिला में है। जबकि डेढ़ किलोमीटर हिस्सा पूर्णिया जिला में पड़ता है। इस वजह से आज़ादी के बाद से अब तक इस गांव की मुख्य सड़क और इससे जुड़ा हुआ एक पुल भी नहीं बन पाया।

पूर्णिया जाने के रास्ते में एक नदी पड़ती है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर यहां सरकारी पुल बन जाए तो पूर्णिया की दूरी केवल 15 किलोमीटर रह जाएगी। पुल न होने से ग्रामीणों को कटिहार होकर लंबा चक्कर काटना पड़ता है।अब ग्रामीणों ने यहां तक चर्चा शुरू कर दी है कि अगर सरकार ने ध्यान नहीं दिया, तो वे एक-एक पाया खड़ा करके नदी पर खुद पुल बनाने की दिशा में कदम उठाएंगे।

ग्रामीणों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि और अफसर बार-बार गुहार के बावजूद चुप्पी साधे बैठे हैं। यही कारण है कि लोगों ने खुद आगे बढ़कर विकास की जिम्मेदारी उठाई है।

रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह