Bihar bridge construction - तीन बार धराशायी हुए अगवानी सुल्तानगंज पूल के निर्माण का कार्य एक बार फिर से हुआ शुरू, इतने महीने में काम पूरा करने का लक्ष्य

Bihar bridge construction - तीन बार धराशायी हो चुके सुल्तानगंज अगुवानी पुल का निर्माण एक बार फिर से शुरू कर दिया गया है। आज से इसकी विधिवत शुरूआत हो गई है।

Bihar bridge construction - तीन बार धराशायी हुए अगवानी सुल्त
खगड़िया में अगुवानी पुल का निर्माण फिर शुरू- फोटो : AMIT

Khagaria - सुल्तानगंज-अगुवानी घाट गंगा पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से का पुनर्निर्माण शुरू हो गया है। पटना हाईकोर्ट के 14 सितंबर 2023 के आदेश के बाद बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड ने काम शुरू किया है। पुल के टूटे हिस्से में अब Composite Steel Beam with Concrete Deck Cable-stay तकनीक से निर्माण होगा।

संवेदक द्वारा तैयार किए गए आरेखन और डिजाइन की थर्ड पार्टी ऑडिट IIT रुड़की से कराई जा रही है। पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से के साथ-साथ बाकी बचे हिस्सों और पहुँच पथ का कार्य भी शुरू किया जा रहा है। पहले चरण में पहुँच पथ का निर्माण होगा ताकि यातायात सुगम हो सके।

Composite Beam (Girder) का निर्माण RDSO से अनुमोदित कार्यशाला में डिजाइन के अनुसार शुरू हो गया है। सुपर स्ट्रक्चर में बदलाव के कारण IIT रुड़की के सुझाव पर नींव यानी वेल फाउंडेशन में जरूरी सुधार भी किया जा रहा है।

निर्माण की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए एक मजबूत परियोजना क्रियान्वयन इकाई (PIU) बनाई गई है। इसमें अनुभवी स्ट्रक्चरल इंजीनियरों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अलावा प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञों की एक स्वतंत्र तकनीकी टीम भी सहयोग करेगी। यह टीम समय-समय पर स्थल का निरीक्षण कर मार्गदर्शन देगी।

परियोजना की मासिक समीक्षा बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष करेंगे। प्रबंध निदेशक हर पंद्रह दिन में स्थल निरीक्षण और समीक्षा करेंगे। पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख भी हर महीने निरीक्षण और विभागीय समीक्षा करेंगे। इससे योजना का सटीक अनुश्रवण सुनिश्चित किया जाएगा।

बिहार राज्य पूर्ण निगम के एम डी जितेंद्र कुमार ने बताया कि पहले अप्रोच पथ पर काम होगा पुनः सुपरस्ट्रक्चर का कार्य शुरू किया जाएगा। चुकी सुपर स्ट्रक्चर में कंपोजिट स्टील बीम का इस्तेमाल किया जाएगा जिसे इंडस्ट्री में बनाने की कवायत शुरू कर दी गई है अब लगातार पुल का काम चलेगा पूल के निर्माण को 18 महीने में पूरा करने का उच्च न्यायालय का आदेश है।

खगड़िया से अमित की रिपोर्ट