Warrant Against Dead in Khagaria: अपने कारनामों से सुर्खियों में रहनेवाले बिहार के बैंक का एक और कांड सामने आया है. खगड़िया में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक मृतक व्यक्ति के खिलाफ मृत्यु के सात साल बाद राशि वसूली के लिए सर्टिफिकेट केस दर्ज किया गया है। इतना ही नहीं, बैंक की लापरवाही के चलते मृतक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी हो गए हैं।
यह मामला चौथम प्रखंड के नवादा गांव का है। विद्यानंद की मृत्यु 24 अप्रैल 2018 को हुई थी। उनकी मृत्यु के बाद दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक देवका ने नियमों को ताक पर रखकर 1.46 लाख रुपए की वसूली के लिए उनके खिलाफ सर्टिफिकेट केस दर्ज करा दिया।
बता दें बिहार में सरकार और सरकारी विभाग की कार्यप्रणाली भी गजब की है। जिस अधिकारी की दो महीने पहले कोविड की वजह से निधन हो चुका है और वह अब इस दुनिया में नहीं रहा, विभाग के तबादला सूची में उसका भी नाम था। यानी यहां पर स्वर्गवास के बाद भी अफसर सरकारी फाइलों में ड्यूटी पर तैनात माने जाते हैं। तो खगड़िया में मृत्यु के सात साल बाद राशि वसूली के लिए सर्टिफिकेट केस दर्ज कर दिए जाते हैं।
बहरहाल सवाल है कि वारंट जारी होने के बाद आखिर पुलिस किसे कोर्ट में पेश करेगी?