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BIHAR HEALTH दवा प्रपत्र तभी पास होगा जब देंगे ₹500! स्वास्थ्य विभाग में आशा कर्मियों के वेतन भुगतान के लिए पहले कमीशन देना जरुरी

BIHAR HEALTH - बिहार के स्वास्थ्य विभाग को मजबूती देनेवाली आशा कर्मी परेशान हैं. वजह है विभाग में चल रही कमीशनखोरी। यहां आशा कर्मियों के वेतन को तभी जारी किया जाता है.जब सीनियर अधिकारी को पैसों का चढ़ावा मिलता है

BIHAR HEALTH दवा प्रपत्र तभी पास होगा जब देंगे ₹500! स्वास्थ्य विभाग में आशा कर्मियों के वेतन भुगतान के लिए पहले कमीशन देना जरुरी

KHAGARIA - सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में काम कर रहे आशा दीदी  का वेतन उसके दवा प्रपत्र को समर्पित करने के आधार पर बनाया जाता है। नियम ऐसा भी है कि प्रत्येक आशा दीदी खुद भी दवा प्रपत्र ऑनलाइन सबमिट कर सकती है बावजूद इसके जिले के परबत्ता प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भ्रष्टाचार का एक अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है। 

परबत्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित बी सी एम रोशन राज द्वारा लगातार आशा दीदी के दवा प्रपत्र को समर्पित करने के बाद उनके वेतन के लिए अवैध रूप से वसूली की जाती है यह मामला पहले भी प्रकाश में आया था लेकिन आज जब 10 से अधिक आशा दीदी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परबत्ता पहुंची और खुद के दवा प्रपत्र को समर्पित करने के लिए बी .सी.एम से मिली तो बीसीएम ने कहा कि एक-एक आशा के दवा प्रपत्र के बदले 500 देना होगा।

आपको बताते चले कि बी . सी. एम रोशन राज द्वारा आशा दीदी को इतना डरा दिया जाता है कि एक भी आशा दीदी यह बोलने के लिए तैयार नहीं होती है कि हम से अवैध वसूली की जाती है लेकिन आज मामला उल्टा हो गया उन्हीं आशा दीदी में एक आशा दीदी जिसका नाम कंचन देवी है उन्होंने सरेआम कार्यालय में चिल्लाना शुरू कर दिया कि हम पैसा नहीं देंगे

 कंचन देवी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पहले ₹400 प्रत्येक आशा के दर से लिया जाता था अब बी. सी. एम ने पांच ₹500 प्रत्येक आशा को बांध दिया है अगर हम दवा प्रपत्र खुद भी ऑनलाइन समर्पित कर देते हैं फिर भी हमें बी.सी.एम को प्रत्येक आशा का ₹500 देने होता हैं। एक तो आशा दीदी को सैलरी नहीं मिलती है दवा प्रपत्र के हिसाब से ही भुगतान होता है और यहां भ्रष्टाचार सर चढ़कर बोल रहा है।

स्वास्थ्य प्रभारी परबत्ता डॉक्टर कशिश और खगड़िया सी .एस रमेंद्र कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन दोनों में से किसी ने फोन नहीं उठाया।

खगड़िया से अमित की रिपोर्ट 


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