किशनगंज के सरकारी अस्पताल में गरीबी का उड़ा मजाक! डेढ़ साल बच्चे की डेड बॉडी के लिए नहीं मिला स्ट्रेचर, कंधे पर लादकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा बाप

Bihar Kishanganj: किशनगंज में एक सड़क हादसे में डेढ़ साल के मासूम की मौत हो गई। अस्पताल में स्ट्रेचर न मिलने पर मजबूर पिता ने बेटे का शव कंधे पर उठाकर पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचाया।

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Bihar Kishanganj: - फोटो : social media

Bihar Kishanganj: किशनगंज में गरीब मजदूर सनोज महतो के डेढ़ साल के बेटे की मौत हो गई। मंगलवार (29 अप्रैल) को एक सड़क हादसे में मासूम बच्चा हादसे का शिकार हो गया। मारवाड़ी कॉलेज के पास फुलवाड़ी के पास एक कार ने बच्चे को कूचल दिया। इसके तुरंत बाद कार चालक और आस-पास के लोगों ने बच्चे को तुरंत एमजीएम मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। हालांकि, ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था। बच्चे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस खबर को सुनकर पिता का दिल टूट गया। एक झटके में उसकी दुनिया पलट गई। बाद में जरूरी कार्रवाई करते हुए बच्चे को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया।

हालांकि, बच्चे की मौत के बाद कुछ ऐसा हुआ कि जिसने भी ये देखा वह अंदर से दहल उठा। अस्पताल प्रशासन बच्चे के शव को ले जाने के लिए एक स्ट्रेचर तक नहीं दिया। मजबूरी में पिता को बच्चे के लाश को कंधे पर लादकर पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाना पड़ा। इसकी खबर जब सिविल सर्जन को मिली तो उसने कहा कि आगे से हम कोशिश करेंगे की ऐसा न हो। हालांकि, ये पहली बार नहीं है, जब सरकारी अस्पताल में किसी मृत व्यक्ति को कुछ न मिला हो। ऐसा ही एक मामला हाल के दिनों में यूपी में देखने को मिला था, जब एक 14 साल की लड़की की मौत के बाद अस्पताल वालों ने ऐबुलेंस तक मुहैया नहीं कराई थी।


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