20वीं सदी के सबसे बड़े आचार्य चाणक्य की नीति आज भी कई लोगों के लिए जिंदगी जीने का मूल मंत्र है। उनकी बताई नीति का अनुसरण कर कई लोग अपनी जिंदगी में सफल होते हैं तो कई लोगों को इन बातों का ज्ञान हो पाता है कि जिंदगी में कौन सी चीज नहीं करनी चाहिए। ऐसे में आज हम चाणक्य की उन नीतियों के बारे में बात करेंगे जिसमें उन्होंने यह बताया है कि समाज में किस तरह के लोगों से नफरत की जाती है। साथ ही उन लोगों को समाज द्वारा ढंग से ना सम्मान मिलता है। ना उनकी इज्जत करते हैं और ना ही उन्हें अपनी बराबरी में कहीं भी बैठाते हैं।
दरअसल, आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में बताया है कि हमें किस तरह के लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। आचार्य चाणक्य ने बताया है कि तीन तरह के लोगों से समाज हर वक्त दूरी बनाकर रखना है उन्हें ना अपने करीब बैठता है ना ही उन्हें पर्याप्त मान सम्मान दिया जाता है। इन तीन तरह के लोगों को निगेटिविटी का प्रतीक माना जाता है और यही वजह है कि उनसे हर वक्त दूरी बनाकर रखी जाती है। इन्हें समाज कभी भी इज्जत देने लायक नहीं समझता है और इस तरह के लोगों से सभी नफरत भी करते हैं।
इस लिस्ट में सबसे पहले ऐसे लोग आते हैं जो दूसरे पर बेवजह अत्याचार करते हैं उनकी क्रूर हरकतें उन्हें समाज से कोसों दूर फेंक आती हैं ऐसे लोगों को समझ ना अपने पास बैठता है और ना ही उन्हें अपने समूह में रखने लायक समझता है। जो लोग क्रूर स्वभाव के होते हैं वह कभी भी दूसरों को खुश नहीं देख पाते हैं। इस तरह के लोग दूसरों को प्रताड़ित करने के लिए अलग-अलग तरीके खोजते रहते हैं। इस तरह के लोगों के लिए समाज में बिलकुल भी जगह नहीं होती है।
वहीं लिस्ट में दूसरा नाम उन लोगों का आता है जो समाज में ग्रुप बनाकर रहते हैं ऐसे लोग हमेशा समूह बनाकर दूसरे पर अत्याचार करने के फिराक में ही रहते हैं वह बेवजह मासूम लोगों पर अत्याचार कर अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल करते हैं। वहीं, लिस्ट में आखिरी नाम उन लोगों का है जो दूसरों का अपमान करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं। जब ये दूसरों का अपमान करते हैं तो समाज बदले में इनकी इज्जत करना भी कम कर देता है। लोग इन्हें सम्मान देने के लायक नहीं समझता है।