Bihar School News : शिक्षा के मंदिर में अवैध वसूली का खेल, विरोध करने पर करियर खा जाने की धमकी, बीडीओ की जांच में हुआ खुलासा

MOTIHARI : मोतीहारी में शिक्षा के मंदिर में रिश्वत का खेल देखकर दंग रह जाएंगे। एचएम और शिक्षक छात्रों को कैरियर खा जाने की धमकी देकर अवैध वसूली कर लिया है। अवैध वसूली का विरोध करने पर छात्रों को प्रेक्टिकल की परीक्षा में कम नम्बर देने का धमकी देते है। एचएम व शिक्षक के सामने छात्रों ने स्कूल की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोली तो बीडीओ दंग रह गए। निर्धारित दर से 500 रुपया अधिक नही देने पर गरीब व असहाय बच्च्यो के फॉर्म भरने से इंकार कर शिक्षक ने स्कूल से लौटाया। परिजन भी एचएम व शिक्षक से रिश्वत की राशि मे 200 रुपया कम होने की गुहार लगाए। उसके बाद भी शिक्षक को दया नही आई। सरकार गरीब व असहाय बच्चों को मुफ्त शिक्षा का दावा कर रही है। लेकिन उनके ही शिक्षक दोनो हाथ से रिश्वत वसूल कर माला माल हो रहे है। सूचना पर पहुचे अरेराज बीडीओ के सामने बच्चों ने स्कूल में हो रही अवैध वसूली की पोल खोली तो भड़के BDO ने एचएम सहित शिक्षकों को जमकर फटकार लगाई। बीडीओ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एचएम सहित दोनो शिक्षक से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए अवैध वसूली की गई राशि छात्रों को वापस करने का सख्त निर्देश दिया। मामला अरेराज प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय रढिया का बताया जा रहा है। दरअसल राजकीय उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय रढिया में शिक्षकों द्वारा फॉर्म भरने व टीसी देने के नाम पर छात्रों से निर्धारित दर से अधिक वसूली का गजब का खेल का खुलासा हुआ है। छात्रों व अभिभावकों के अवैध वसूली का वीडियो भेजकर बीडीओ से शिकायत के बाद बड़ा खुलासा हुआ है।
छात्रों के शिकायत पर अरेरज BDO द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया। जिसमें बच्चों द्वारा बताया गया कि विद्यालय के शिक्षक अनुराग कुमार सिंह एवं आदित्य आनंद कक्षा दसवीं एवं 12वीं के परीक्षा फॉर्म में निर्धारित राशि से अधिक राशि ले रहे हैं जिस पर उपस्थित शिक्षक अनुराग सिंह से पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि प्रधानाध्यापक द्वारा कहा गया है कि साइबर चार्ज के रूप में अतिरिक्त राशि लेना है। बच्चों का आरोप था कि प्रत्येक दिन आने वाले बच्चों से TC में 550 रुपए जबकि नियमित नहीं आने वाले बच्चों से ₹620 लिए जाते हैं।
अरेराज बीडीओ आदित्य कुमार दीक्षित ने बताया कि जाँच में पाया गया कि कक्षा-10 के बच्चों से परीक्षा फॉर्म के शुल्क के रूप में 1300 रुपये वसूले गए जबकि सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों से 980 एवं SC/EBC वर्ग के विद्यार्थियों से 865 रुपये लेना था। इसी प्रकार कक्षा 12 के विद्यार्थियों में सामान्य वर्ग में 1560 रुपये एवं SC/EBC वर्ग से 1300 रुपए वसूले गए। जबकि इसका शुल्क सामान्य वर्ग हेतु 1430 एवं SC/EBC वर्ग हेतु 1170 रुपये निर्धारित है। बच्चों ने बताया कि अधिक फीस मांगने पर अनुराग सर से कहा गया तो उन्होंने कहा कि जहां कम फीस लगती है, वहां जाकर फॉर्म भरवा लो। बच्चों द्वारा इसके साक्ष्य के रूप में एक वीडियो उपलब्ध कराया गया। बच्चों ने बताया कि प्रधानाध्यापक ने कहा है यदि तुम लोग इसका विरोध करोगे तो तुम्हारा करियर खा जाऊंगी और प्रैक्टिकल में नम्बर कटवा दूंगी।
इस पर BDO द्वारा बच्चों के सामने HM से कारण पूछा गया तो HM बच्चों का सामना नहीं कर पायीं और गलती स्वीकार की गयी। सुजाता सहित कई छात्रों ने बताया कि इतिहास विषय की परीक्षा 9: 30 बजे से शुरू होने वाली थी। लेकिन कुव्यवस्था के कारण 11:00 बजे शुरू किया गया एवं एक एक प्रश्न पत्र से पांच बच्चों को उत्तर लिखने के लिए कहा गया और कॉपी की जगह फटा हुआ पेज दिया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा प्रधानाध्यापिका को कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देशित किया गया कि आज 4:00 बजे तक बच्चों की सूची तैयार कर अतिरिक्त राशि वापस करते हुए प्रखंड कार्यालय को लिखित में सूचित करें। इस घोर अनियमितता के लिए दोषी HM सहित दोनों शिक्षकों से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है। दोषी लोगों पर कार्यवाही हेतु जिला पदाधिकारी को प्रतिवेदन भेजने की बात कही गयी।
मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट