Bihar News: बिहार में गरीब बनकर करोड़पति उठा रहे मुफ्त राशन, 11 हज़ार फर्जी राशनकार्ड रद्द करने की तैयारी, बड़े साहब ने आधार लिंकिंग से पकड़ा घोटाला

बिहार में सनसनीखेज खुलासा हुआ कि करोड़ों का टर्नओवर करने वाले, लग्जरी गाड़ियों के मालिक, इनकम टैक्स रिटर्न भरने वाले और कई शहरों में करोड़ों की संपत्ति रखने वाले लोग वर्षों से गरीबों के नाम पर मिलने वाला मुफ्त राशन डकार रहे थे।

Bihar busts scam 11k fake ration cards
बिहार में गरीब बनकर करोड़पति उठा रहे मुफ्त राशन- फोटो : reporter

Bihar News: बिहार में सरकार की मुफ्त राशन योजना पर बड़े स्तर पर हो रहे खेल का पर्दाफाश हुआ है। विभाग द्वारा आधार-संयुक्त जांच में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ कि करोड़ों का टर्नओवर करने वाले, लग्जरी गाड़ियों के मालिक, इनकम टैक्स रिटर्न भरने वाले और कई शहरों में करोड़ों की संपत्ति रखने वाले लोग वर्षों से गरीबों के नाम पर मिलने वाला मुफ्त राशन डकार रहे थे।

मोतीहारी के अरेराज अनुमंडल के चार प्रखंड अरेराज, हरसिद्धि, पहाड़पुर और संग्रामपुर में लगभग 11,000 अपात्र राशनकार्ड धारक चिन्हित किए गए हैं, जिनका राशनकार्ड रद्द करने के लिए एसडीओ की ओर से नोटिस भेजी जा रही है।

जांच में सामने आया कि कई ऐसे लोग इनकम टैक्स रिटर्न में लाखों की आय दिखाते हैं, चारपहिया व लग्जरी वाहन रखते हैं, कई एकड़ जमीन और आलीशान मकान के मालिक हैं फिर भी सरकारी राशन दुकान से गरीबों का हक मारकर महीनों से मुफ्त राशन लेते रहे।

विभाग ने ऐसे अपात्र राशनकार्ड धारियों की सूची एसडीओ के लॉगिन पर भेजी है, जिसके बाद प्रशासन इनके राशनकार्ड रद्द करने की प्रक्रिया में जुट गया है।

पहले ही विभाग ने एमओ और डीलरों के माध्यम से चेतावनी जारी की थी कि जो लोग अपात्र हैं, वे स्वयं राशनकार्ड सरेंडर कर दें—ऐसा करने पर पहले से उठाए गए राशन की रिकवरी नहीं की जाती।फिर भी चार प्रखंडों में सिर्फ 300 लोगों ने ही कार्ड वापस किया, जबकि 11,000 अपात्र लोग मुफ्त का राशन खा रहे थे।

पिछले वर्ष प्रशासन ने फर्जी तरीके से राशनकार्ड बनाने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया था।आधा दर्जन साइबर कैफे बिना एसडीओ के OTP वेरिफिकेशन के ही राशनकार्ड बना रहे थे।सभी संचालकों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।

अरेराज एसडीओ अरुण कुमार के अनुसार लगभग 11,000 अपात्र राशनकार्ड धारक चिन्हित हुए हैं।लाखों की आय वाले, लग्जरी वाहन और बड़े मकान के मालिक भी मुफ्त राशन ले रहे थे।सभी को नोटिस भेजी जा रही है।अपात्रों का कार्ड रद्द कर योग्य और असहाय गरीबों को राशनकार्ड उपलब्ध कराया जाएगा।

मोतीहारी का यह खुलासा एक बार फिर साबित करता है कि गरीबों की योजना पर सबसे बड़ा हमला अक्सर उन लोगों का होता है, जिन्हें किसी सुविधा की जरूरत ही नहीं लेकिन हकदारों का हक वही मार जाते हैं।

रिपोर्ट- हिमांशु कुमार