Bihar News: बिहार में नौकरी के नाम पर चल रहा था ठगी का खेल, 79 नाबालिगों सहित 600 लोगों को किया गया रेस्क्यू

Bihar News: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में फर्जी नौकरी के नाम पर एक बड़ा गिरोह सक्रिय था, जिसने नाबालिगों सहित 600 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था। पुलिस ने छापेमारी कर सभी को रिहा कर दिया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।

Bihar News: बिहार में नौकरी के नाम पर चल रहा था ठगी का खेल,

बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में एक बड़े गिरोह का खुलासा हुआ है, जिसने युवाओं और नाबालिगों को फर्जी नौकरी का झांसा देकर उन्हें महीनों तक बंधक बना रखा था। मोतिहारी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रक्सौल स्थित एक निजी कंपनी पर छापेमारी की और 79 नाबालिगों सहित 600 से अधिक लोगों को मुक्त करवा लिया। इस कार्रवाई के बाद, पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि फरार अन्य 17 आरोपियों की तलाश जारी है।

फर्जी नौकरी के नाम पर की जा रही वसूली और प्रताड़ना

पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह युवाओं और नाबालिगों को नौकरी दिलाने का वादा करके उन्हें कंपनी में ले आता था, और फिर उन्हें महीनों तक बंधक बना कर रखता था। आरोपियों ने पीड़ितों के माता-पिता से 15,000 से 20,000 रुपये तक की जबरन वसूली की और उन बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। पुलिस का कहना है कि यह पूरी घटना कई महीनों से चल रही थी, और पीड़ितों के परिवारों से संपर्क के बाद मामले का खुलासा हुआ।

मुक्त किए गए पीड़ितों को बाल कल्याण समिति के हवाले किया गया

पुलिस ने इस मामले में त्वरित कदम उठाए और सभी बंधक लोगों को मुक्त कर बाल कल्याण समिति के हवाले कर दिया। खासकर 79 नाबालिगों को सुरक्षित तरीके से उनकी देखभाल के लिए बाल कल्याण समिति को सौंपा गया है। मोतिहारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि इस मामले को उजागर करने में बच्चों के परिवारों द्वारा दी गई जानकारी और वॉट्सएप के माध्यम से मिली सूचना का अहम योगदान था। इसके बाद, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रक्सौल के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी की और सभी पीड़ितों को बंधनमुक्त कराया।

सख्त कदम की आवश्यकता और गिरोह के खिलाफ कार्रवाई

यह घटना बिहार और देशभर में ऐसे फर्जी रैकेटों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता को दर्शाती है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से न केवल पीड़ितों के परिवारों को राहत मिली, बल्कि यह भी साबित हुआ कि ऐसी घटनाओं पर तुरंत ध्यान दिया जाना चाहिए। इस मामले में पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन अब इस तरह के अपराधों के खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई करेगा।