Bihar News: मोतिहारी में भ्रष्टाचार की इंतहा, पंचायत सरकार भवन का दीवार मिट्टी भरते ही ढहा, मचा हड़कंप

Bihar News: एक तरफ सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर अधिकारी और ठेकेदार मिलकर सरकारी योजनाओं को दीमक की तरह चाट रहे हैं...

Extreme corruption
मोतिहारी में भ्रष्टाचार की इंतहा- फोटो : reporter

Bihar News: एक तरफ सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर अधिकारी और ठेकेदार मिलकर सरकारी योजनाओं को दीमक की तरह चाट रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण मोतिहारी जिले के अरेराज प्रखंड के चटिया बड़हरवा पंचायत में निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवन है, जिसकी दीवार मिट्टी भरते ही भरभराकर गिर गई. यह घटना निर्माण कार्य में हुई घोर अनियमितता और भ्रष्टाचार को उजागर करती है, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

करीब 3.25 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस पंचायत सरकार भवन का उद्देश्य पंचायत वासियों को एक ही छत के नीचे सभी सरकारी सेवाएं उपलब्ध कराना था. लेकिन गुरुवार को जैसे ही नींव की दीवार जोड़कर उसमें मिट्टी की भराई की गई, वह तुरंत ढह गई. किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसके बाद यह घटना खूब ट्रोल हो रही है और लोग भ्रष्टाचार के चरम पर पहुंचने की बात कह रहे हैं. सोशल मीडिया पर चल रही चर्चा के अनुसार, निर्माण में घटिया सामग्री, खासकर 'उजला गिट्टी' और मानक के विपरीत छड़ व अन्य मेटेरियल का उपयोग किया गया है, जिससे सरकारी धन का जमकर बंदरबांट हुआ है.

हालांकि, न्यूज़4नेशन इस वायरल वीडियो और फोटो की पुष्टि नहीं करता, लेकिन पंचायत मुखिया चांदसी यादव ने स्वयं इस बात की पुष्टि की है कि पंचायत सरकार भवन के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है. उनके अनुसार, "उजला गिट्टी व मानक के अनुसार न छड़ व मेटेरियल का प्रयोग नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण गुरुवार को मिट्टी भरते ही दीवार भरभराकर गिर गया." जब इस संबंध में पंचायत सचिव से निर्माण करा रही एजेंसी के बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो कोई जानकारी नहीं मिल सकी.

मामले की गंभीरता को देखते हुए, एग्जिक्यूटिव इंजीनियर ने वायरल वीडियो के बारे में जानकारी मिलने पर तत्काल कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने बताया कि संबंधित एसडीओ को जांच करने का निर्देश दिया गया है और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

यह घटना न सिर्फ सरकारी परियोजनाओं में भ्रष्टाचार की गहराई को दर्शाती है, बल्कि उन अधिकारियों और इंजीनियरों पर भी सवाल खड़े करती है जो ऐसी घटनाओं के बावजूद भी अपनी मिलीभगत से बाज नहीं आ रहे. उम्मीद है कि इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष जांच होगी तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके.

रिपोर्ट- हिमांशु कुमार