Bihar News : ट्रक मालिक से अवैध वसूली करना परिवहन विभाग के दारोगा को पड़ा महंगा, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Bihar News : बिहार में ट्रक मालिक से अवैध वसूली करना परिवहन विभाग के दारोगा को महंगा पड़ गया. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है......पढ़िए आगे

Bihar News : ट्रक मालिक से अवैध वसूली करना परिवहन विभाग के द
परिवहन विभाग का दारोगा गिरफ्तार - फोटो : SOCIAL MEDIA

MOTIHARI : पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक (एसपी) स्वर्ण प्रभात ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी 'जीरो टॉलरेंस' नीति को दोहराते हुए एक बड़ी कार्रवाई की है। ट्रक मालिक से अवैध वसूली करने के मामले में एसपी के निर्देश पर पिपराकोठी पुलिस ने परिवहन दरोगा हरिशंकर कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की इस कार्रवाई से जिले के भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया है।

वॉट्सऐप पर हुई शिकायत और त्वरित एक्शन

मामले की जानकारी देते हुए एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि एक ट्रक मालिक ने सीधे उनके वॉट्सऐप नंबर पर शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता का आरोप था कि परिवहन दरोगा द्वारा ओवरलोडिंग के नाम पर गाड़ी छोड़ने के एवज में ₹10,000 की रिश्वत मांगी गई और ली गई है। एसपी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल इसकी जांच के आदेश दिए।

डिजिटल सबूतों ने खोली पोल

रिश्वत के इस लेनदेन में खास बात यह रही कि ₹10,000 की कुल राशि में से ₹7,000 'पे-फोन' (डिजिटल ट्रांजैक्शन) के माध्यम से लिए गए थे, जबकि ₹3,000 नकद दिए गए थे। एसपी के निर्देश पर सदर डीएसपी-2 ने जब पूरे मामले की गहराई से जांच की, तो डिजिटल साक्ष्य और अन्य सबूतों के आधार पर शिकायत पूरी तरह सही पाई गई।

प्राथमिकी दर्ज और गिरफ्तारी

जांच रिपोर्ट में मामला सत्य पाए जाने के तुरंत बाद आरोपी परिवहन दरोगा हरिशंकर कुमार के खिलाफ पिपराकोठी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दरोगा को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पिपराकोठी थाना पुलिस आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की कानूनी प्रक्रिया पूरी कर रही है।

भ्रष्टाचार पर अंतिम चेतावनी

एसपी स्वर्ण प्रभात की इस कार्रवाई ने यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि आम जनता का शोषण करने वाले किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने जिले के लोगों से अपील की है कि यदि कोई भी सरकारी सेवक कार्य के बदले अवैध राशि की मांग करता है, तो वे सीधे उच्चाधिकारियों से संपर्क करें।

मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट