Land Registration Dispute:स्टाम्प पर दस्तखत के बाद भी नहीं मिली छत! रजिस्ट्री से इनकार पर SDM का बड़ा एक्शन

Land Registration Dispute: एक दशक पहले स्टांप पेपर पर हुए एग्रीमेंट के बावजूद जमीन का निबंधन न होने और अब मूल काश्तकार के बेटों द्वारा रजिस्ट्री से इनकार करने का मामला सामने आया है. ...

Land Registration Dispute
रजिस्ट्री से इनकार पर SDM का बड़ा एक्शन- फोटो : social Media

Land Registration Dispute: एक दशक पहले स्टांप पेपर पर हुए एग्रीमेंट के बावजूद जमीन का निबंधन न होने और अब मूल काश्तकार के बेटों द्वारा रजिस्ट्री से इनकार करने का मामला सामने आया है. इससे आक्रोशित दर्जनों ग्रामीण सोमवार को अनुमंडल कार्यालय पहुँचे और व्यवस्था के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने एसडीएम सूर्य प्रकाश गुप्ता को अपनी शिकायत सौंपी और तत्काल उचित कार्रवाई की मांग की.

आक्रोशित ग्रामीण बृजेश पासवान, भोला राम, उमर फारुख, विक्रम सहनी, कमलेश बैठा, शंकर सहनी, सरस्वती देवी, शुभनारायण साह, संजय साह, अंजार हुसैन, अमेरिका बैठा, नुरुल्लाह अंसारी, भरत साह, फिरोज अंसारी सहित अन्य ने बताया कि कुछ साल पहले एक काश्तकार ने पैसे लेकर स्टांप पर एग्रीमेंट किया था. इस एग्रीमेंट के तहत सभी को अलग-अलग भूखंड दिए गए थे, और काश्तकार ने जल्द ही जमीन का निबंधन (रजिस्ट्री) करवाने का आश्वासन दिया था. तब से, इन सभी ग्रामीणों ने उन भूखंडों पर अपने घर बनाकर गुजर-बसर करना शुरू कर दिया

ग्रामीणों की मुख्य समस्या यह है कि भूमि का निबंधन न होने के कारण उन्हें अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. इस बीच, जिस काश्तकार ने एग्रीमेंट किया था, उसकी मृत्यु हो गई है, और अब उनके पुत्र भूमि का निबंधन करने से साफ इनकार कर रहे हैं.ग्रामीणों ने बताया कि करीब डेढ़-दो साल पहले इस संबंध में जिला पदाधिकारी को भी लिखित शिकायत दी गई थी. उस समय डीएम के आदेश पर तत्कालीन सीओ राहुल कुमार ने भूमि का निरीक्षण और आवश्यक जांच भी की थी, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि बाद में सीओ काश्तकार के बेटों के "मेल" में आकर मामले को लटका दिया.

अब स्थिति यह है कि काश्तकार के पुत्र उक्त भूमि को खाली करने का दबाव भी बना रहे हैं, जिससे इन परिवारों का भविष्य अधर में लटक गया है. ग्रामीणों ने एसडीएम से मिलकर एक विस्तृत आवेदन सौंपा और इस मामले में न्यायपूर्ण कार्रवाई की मांग की है.एसडीएम सूर्य प्रकाश गुप्ता ने ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से सुना. उन्होंने कहा कि एग्रीमेंट के बाद अगर कोई निबंधन से मुकर रहा है तो यह बिल्कुल गलत है और यह मामला धोखाधड़ी का प्रतीत होता है. एसडीएम ने सभी aggrieved ग्रामीणों को थाना में शिकायत (एफआईआर) दर्ज कराने की सलाह दी है.इसके साथ ही, एसडीएम ने थानाध्यक्ष को भी इस मामले की गहनता से जांच करने और आगे की कार्रवाई करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए हैं.