Bihar News: मिड-डे मील में बड़ा सुधार, सेंट्रल किचन मॉडल लागू, अब बच्चों को मिलेगा ताज़ा-गुणवत्तापूर्ण भोजन, शिक्षक मध्यान्ह-कार्य से मुक्त
Bihar News:शिक्षा विभाग ने मध्यान्ह भोजन व्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए एनजीओ संचालित सेंट्रल किचन मॉडल लागू कर दिया गया है।
Munger: जिले के जमालपुर शहरी क्षेत्र में शिक्षा विभाग ने मध्यान्ह भोजन व्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए नया अध्याय शुरू कर दिया है। गुरुवार से यहां पायलट प्रोजेक्ट के रूप में एनजीओ संचालित सेंट्रल किचन मॉडल लागू कर दिया गया है। इस नई व्यवस्था के तहत जमालपुर नगर क्षेत्र के 36 सरकारी स्कूलों में भोजन सीधे अत्याधुनिक सेंट्रल किचन से वाहन द्वारा पहुंचाया जा रहा है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी कुणाल गौरव ने बताया कि इस मॉडल से मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता में बड़ा सुधार होगा। उन्होंने कहा कि अब प्रधानाध्यापक और शिक्षक मध्यान भोजन प्रबंधन से पूरी तरह मुक्त होकर अपने मूल कार्य—पढ़ाई और शैक्षणिक सुधार—पर अधिक ध्यान दे सकेंगे।
सफियाबाद के पास तैयार हुआ यह आधुनिक मध्यान्ह भोजन प्लांट ब्लेसिंग सोसाइटी को संचालन के लिए दिया गया है। संस्था के प्रतिनिधि संजय ने बताया कि यहां बड़े स्टीम प्लांट की मदद से प्रतिदिन भोजन तैयार किया जाता है, जिससे भोजन साफ-सुथरा, पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक बनता है। प्लांट की क्षमता फिलहाल 40 हजार बच्चों को भोजन उपलब्ध कराने की है, जबकि पायलट चरण में 36 स्कूलों के लगभग 4200 बच्चों के लिए भोजन भेजा जा रहा है।
इसी नई व्यवस्था का प्रभाव देखने के लिए मीडिया टीम जब टोली मंडल बालिका विद्यालय पहुंची, तो वहां भोजन कर रहे बच्चों की मुस्कान सब कुछ बयां कर रही थी। बच्चों ने बताया कि अब उन्हें बेहद स्वादिष्ट और बेहतर गुणवत्ता वाला भोजन मिल रहा है।अभिभावक भी इस बदलाव से संतुष्ट नज़र आ रहे हैं। वे मानते हैं कि यह व्यवस्था न केवल बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर है, बल्कि स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
मुंगेर में सेंट्रल किचन मॉडल का सफल आरंभ शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
रिपोर्ट- मो. इम्तियाज खान