Education news - बाढ़ के कारण स्कूल जाने से वंचित छात्रों के लिए शिक्षा विभाग ने जारी किया नया आदेश, पढ़ाई न छूटे, इसके लिए कर दी बड़ी घोषणा

Munger - जिले में पिछले दो महीनों से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सदर और बरियारपुर प्रखंडों के कई गाँवों में बाढ़ का पानी घुस जाने के कारण सैकड़ों परिवारों को अपना घर-बार छोड़कर ऊंचे स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। इस आपदा का सबसे बुरा असर शिक्षा पर पड़ा है, क्योंकि तीन प्रखंडों के कुल 40 स्कूल बंद हो गए हैं।
शिक्षा विभाग की पहल और चुनौतियाँ:
गंगा में पानी भर जाने से ये स्कूल फिलहाल बंद हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। इस स्थिति से निपटने के लिए शिक्षा विभाग ने इन सभी बंद स्कूलों को पास के दूसरे चालू स्कूलों में मर्ज (merge) कर दिया है। जहाँ शिक्षक तो किसी तरह इन नए स्कूलों में पहुँचकर अपनी सेवाएँ दे पा रहे हैं, वहीं बाढ़ पीड़ित बच्चे उन स्कूलों तक नहीं पहुँच पा रहे हैं।
छात्रों की पढ़ाई पर असर:
पिछले दो महीनों से छात्र स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। वे अपने परिवारों के साथ ऊंचे स्थानों पर रह रहे हैं और उनके लिए दूसरे स्कूलों तक पहुँच पाना संभव नहीं हो पा रहा है। इस कारण उनकी पढ़ाई पूरी तरह से रुक गई है, जिससे उनका भविष्य अधर में लटक गया है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी का बयान:
इस संबंध में, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि बाढ़ के कारण 40 स्कूल बंद हैं, लेकिन उन्हें दूसरे स्कूलों में मर्ज कर दिया गया है। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि जो भी परीक्षाएँ छात्रों की छूट गई हैं, उन्हें बाद में लिया जाएगा। जैसे ही स्कूलों से पानी हटेगा, कक्षाएं फिर से नियमित रूप से शुरू कर दी जाएंगी। हालांकि, यह स्पष्ट है कि तत्काल में छात्रों को शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है।
Report - md. imtiyaz khan