संविधान की कॉपी लेकर चल रहे राहुल गांधी डा. आंबेडकर की प्रतिमा का नहीं किया अनावरण , लोगों के गुस्से के बाद इन्होंने किया अनावरण
Vote Adhikar yatra - डा. अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किए बगैर आगे बढ़ने के कारण लोग राहुल गांधी से नाराज हो गए।

Munger - एक तरफ राहुल गांधी वोट अधिकार यात्रा के दौरान अपने साथ संविधान की प्रति लेकर चल रहे हैं और लोगों को बता रहे हैं कि कैसे मोदी सरकार संविधान को खत्म करने में जुटी है। दूसरी तरफ वह खुद संविधान निर्माता को भूल गए। जिसके बाद लोग आक्रोशित हो गए, जिसके बाद सांसद पप्पू यादव ने जिम्मेदारी संभाली।
पूरा मामला मुंगेर जिले से जुड़ा है। जहां आज राहुल गांधी और तेजस्वी की वोट अधिकार यात्रा पहुंची थी। इसी दौरान जिले के सीमावर्ती क्षेत्र घोरघट में डॉ. भीमराव अंबेडकर की नवनिर्मित 12 फीट ऊंची प्रतिमा के अनावरण कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव को करना था। लेकिन प्रतिमा स्थल पर पहुंचने के बाद दोनों नेता बिना अनावरण किए ही सीधे भागलपुर के लिए रवाना हो गए।
प्रतिमा को किया अनदेखा
कार्यक्रम के अनुसार प्रतिमा और शिलापट्ट पर पहले से ही फूल सजाए गए थे, लेकिन राहुल और तेजस्वी ने न तो पुष्प अर्पित किया और न ही अनावरण किया। इससे स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश देखा गया।
पप्पू यादव ने संभाली जिम्मेदारी
स्थानीय लोगों ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के रवैये का विरोध जताया। माहौल बिगड़ने की आशंका को देखते हुए मौके पर पहुंचे पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने प्रतिमा का अनावरण किया। इसके बाद वे भी राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के काफिले के साथ भागलपुर की ओर रवाना हो गए।
वहीं, वोटर अधिकार यात्रा के दौरान काफिला मुंगेर जिले के चंदन बाग से प्रारंभ होकर सोझी गंगा घाट, बेलन बाजार, भगत सिंह चौक, बांक मोड़ होते हुए बरियारपुर-कल्याणपुर और घोरघट तक पहुंचा। घोरघट में जेसीबी से पुष्प वर्षा कर राहुल और तेजस्वी का भव्य स्वागत भी किया गया।