Munger News:जमालपुर वर्कशॉप में रोबोट भी करेंगे काम, इरिमी में लोकल युवाओं को मिलेगा प्रशिक्षण का मौका
Munger News: जमालपुर वर्कशॉप और इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मेकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (इरिमी) को आधुनिकता की नई उड़ान मिलने वाली है।

Munger :रेलवे इतिहास की धरोहर जमालपुर वर्कशॉप और इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मेकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (इरिमी) को आधुनिकता की नई उड़ान मिलने वाली है। गुजरात के बड़ौदा स्थित गतिशक्ति विश्वविद्यालय (GSV) के कुलपति प्रो. डॉ. मनोज चौधरी ने अपने एक दिवसीय दौरे पर दोनों संस्थानों का निरीक्षण किया और कहा कि "जमालपुर का अतीत गौरवशाली है, अब इसे भविष्य की टेक्नोलॉजी से जोड़कर और संवारने का वक्त है।" डॉ. चौधरी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जो कहते हैं, वह ज़मीन पर दिखता है। इसी सोच के तहत उन्हें रेलवे बोर्ड द्वारा टास्क सौंपा गया है कि इरिमी और जमालपुर वर्कशॉप को टेक्नोलॉजी और कौशल विकास का बड़ा केंद्र बनाया जाए।
इरिमी में नॉन-रेलवे युवाओं को मिलेगा प्रवेश
कुलपति ने ऐलान किया कि वर्ष 2026 से इरिमी में गैर-रेलवे (नॉन रेलवे) युवाओं को भी नामांकन दिया जाएगा, विशेष रूप से मुंगेर जिले के युवाओं को प्राथमिकता मिलेगी। उन्हें मेक इन इंडिया के तहत हाई-एंड स्किल्स जैसे वेल्डिंग, हाइड्रोलिक्स, न्युमेटिक्स, और मेकाट्रोनिक्स का प्रशिक्षण देकर रोज़गार के लिए तैयार किया जाएगा।
जमालपुर वर्कशॉप में आ रहे हैं रोबोट
डॉ. चौधरी ने भविष्य की झलक देते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में जमालपुर वर्कशॉप में मानव के साथ-साथ रोबोट भी काम करते नजर आएंगे। दुनिया जहां ऑटोमेशन की ओर बढ़ रही है, उसी राह पर अब भारतीय रेल भी आगे बढ़ रही है। इसके लिए कारखाने में नई तकनीकों पर आधारित इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण की ज़रूरत होगी, जिस पर जल्द कार्य शुरू किया जाएगा।
उद्योगों से होगा सीधा लिंक
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इरिमी को कई नई कंपनियों और फैक्ट्रियों से टैग किया जाएगा ताकि युवाओं को इंडस्ट्री से डायरेक्ट जुड़ने का मौका मिले।
निरीक्षण के दौरान ये रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान इरिमी के वरिष्ठ आचार्य जर्नाधन प्रसाद, आरएसटी प्रसन्नजीत कुमार, आचार्य प्रशासन पंकज कुमार, ट्रेन सेट आचार्य सिद्धार्थ शंकर, डिप्टी प्रोडक्शन डॉ. अभ्युदय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।जमालपुर वर्कशॉप और इरिमी न केवल इतिहास का गौरव हैं, बल्कि अब भविष्य की तकनीकी क्रांति का केंद्र बनने की ओर अग्रसर हैं। युवाओं के लिए यह एक बड़ा अवसर है कि वे देश की प्रगति का हिस्सा बनें और जमालपुर फिर से एक बार भारत के औद्योगिक नक्शे पर दमदार वापसी करे।
रिपोर्ट- मो. इम्तियाज खान