सेप्टिक टैंक बना मौत का कुआँ, मजदूर की दर्दनाक मौत, दूसरे की हालत नाजुक, परिजन बोले- हादसा नहीं हत्या
Bihar News:नया बना सेप्टिक टैंक मजदूरों के लिए मौत का जाल बन गया। सेंटरिंग खोलने के लिए टैंक में उतरे दो मजदूरों में से एक की मौत हो गई, जबकि दूसरा जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।

Bihar News: मुंगेर कासिम बाजार थाना क्षेत्र के पुरानी गंज मोहल्ले में रविवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। नया बना सेप्टिक टैंक मजदूरों के लिए मौत का जाल बन गया। सेंटरिंग खोलने के लिए टैंक में उतरे दो मजदूरों में से एक की मौत हो गई, जबकि दूसरा जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।
मृतक की पहचान अरुण कुमार (45 वर्ष), पिता स्व. फौजी यादव, निवासी शंकरपुर, मुफस्सिल थाना के रूप में हुई है। वहीं गंभीर रूप से बीमार मजदूर का नाम संटू यादव, निवासी तौफिर है, जिसका इलाज एक निजी क्लीनिक में चल रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, ठेकेदार संजय कुमार के कहने पर दोनों मजदूर टैंक की सेंटरिंग खोलने उतरे थे। जैसे ही वे अंदर गए, जहरीली गैस के असर से दोनों बेहोश होकर गिर पड़े। जब देर तक कोई हलचल नहीं दिखी तो तीसरा मजदूर रस्सी के सहारे नीचे उतरा और उन्हें अचेत पाकर शोर मचाया। आनन-फानन में ग्रामीणों ने रस्सी, फैन और कटर की मदद से किसी तरह टैंक से बाहर निकाला। लेकिन तब तक अरुण कुमार का शरीर अकड़ चुका था। डॉक्टरों ने अस्पताल पहुँचते ही उसे मृत घोषित कर दिया।
दूसरी ओर, परिजनों ने पूरे मामले को सिर्फ हादसा मानने से इनकार कर दिया है। उनका आरोप है कि यह कोई दुर्घटना नहीं बल्कि गृहस्वामी धर्मेंद्र कुमार की साजिशन हत्या है। परिजनों ने कहा कि अरुण परिवार का इकलौता सहारा था और अब उसके पीछे पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा बेसहारा हो गए हैं। परिजन गृहस्वामी के खिलाफ थाना में लिखित शिकायत देने की तैयारी में जुट गए हैं।
घटना की सूचना मिलते ही कासिम बाजार थाने की पुलिस मौके पर पहुँची और मामले की जाँच शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस हादसा या हत्या, हर एंगल से पड़ताल कर रही है।
रिपोर्ट- मो. इम्तियाज खान