MUZAFFARPUR - ससुराल में अक्सर बहूओं को सास की प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है। लेकिन मुजफ्फरपुर में ऐसी घटना हुई है, जो समाज और सरकारी व्यवस्था को सोचने के लिए मजबूर कर देगा। यहां अस्पताल में डिलिवरी के लिए भर्ती बहू के इलाज के लिए पैसे का इंतजाम नहीं होने से परेशान सास ने आत्महत्या कर ली। बताया गया कि उसने गांववालों से उधार मांगने की कोशिश की, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। जिसके बाद यह जानलेवा कदम उठाया।
पूरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के देवरिया थाने के डूमरी परमानंदपुर गांव से जुड़ा है। यहां रहनेवाली वीणा देवी(60 साल) की बहू अंजली कुमारी गर्भवती थी। अंजली का पति गुजरात में काम करता है। 13 दिन पहले गर्भवती बहू अंजलि कुमारी को पारू चौक स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। उसको पहला बच्चा होने वाला था। उस वक्त उनके पास मात्र 50 रुपये ही थे। इस 50 रुपए को जमाकर उसने बहू का चिकित्सा शुरू करने की मिन्नत की। डॉक्टर ने अंजलि का ऑपरेशन कर बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला। इस दौरान किसी तरह छह हजार रुपए की व्यवस्था कर जमा किया। लेकिन बिल 34 हजार का था।
चार दिन से अस्पताल वाले मांग रहे थे बकाया पैसा
अस्पताल वाले चार दिन से वीणा देवी पर बकाया पैसा जमा करने के लिए दबाव डाल रहे थे। इस दौरान बहू को भी डिस्चार्ज नहीं किया गया था। अपनी बहू को डिस्चार्ज कराने के लिए वीणा देवी ने गांव के हर घर का दरवाजा खटखटाया, ताकि उसे कुछ पैसे उधार मिल सके। लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
बेटे को कर्ज लेने जाने की बात कहकर घर से निकली
उनके छोटे पुत्र सुबोध ने बताया कि मंगलवार की शाम करीब छह बजे मां ने सौ रुपये दिए और कहा कि हम कर्ज लेने जा रहे हैं। बुधवार को अस्पताल में जमा करा तुम्हारी भाभी को घर ले आएंगे। यह कहकर वह घर से निकल गईं। काफी देर तक नहीं लौटने पर एक रिश्तेदार ने खोज की तो पता चला कि वह पारू गई हैं। बुधवार को सुबह पानी भरे गड्ढे में शव होने की जानकारी मिली।
एक साल पहले पति की मौत, शादीशुदा बेटी मायके लौटी
गांववालों ने बताया कि वीणा देवी का बड़ा बेटा और अंजलि का पति संदेश दास गुजरात में रहकर मजदूरी करता है। तीन साल पहले उसकी शादी हुई थी। वहीं, वीणा की बड़ी बेटी संध्या की शादी पिछले साल हुई थी, लेकिन उसे ससुरालवालों ने छोड़ दिया है। उसके पति की मौत भी पिछले साल ही हो गई थी। वहीं बताया गया कि पैसे जमा नहीं करने के कारण बहू अस्पताल में ही भर्ती थी।