टूटती उम्मीदें,डिप्रेशन, बेरोजगारी और कर्ज का बढ़ता बोझ :सामूहिक आत्महत्या के पीछे छिपी मुजफ्फरपुर के अमरनाथ की त्रासद जिंदगी

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक ही परिवार के चार लोगों के सामूहिक आत्महत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया है।इसके पीछे का सच जानकर आप की रूह काप जाएगी

टूटती उम्मीदें,डिप्रेशन, बेरोजगारी और कर्ज का बढ़ता बोझ :सामू
टूटती उम्मीदें,डिप्रेशन, बेरोजगारी और कर्ज का बढ़ता बोझ :सामूहिक आत्महत्या के पीछे छिपी मुजफ्फरपुर के- फोटो : NEWS 4 NATION

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक ही परिवार के चार लोगों के सामूहिक आत्महत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। यह भयानक घटना सकरा थाना क्षेत्र के नवलपुर मिश्रौलिया गांव की है। मृतक अमरनाथ राम (पिता) ने अपनी तीन बेटियों के साथ फांसी लगाकर जान दे दी। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उसने फांसी के लिए छह फंदे अपनी दिवंगत पत्नी की साड़ी से बनाए थे। अमरनाथ ने अपने दो छोटे बेटों को भी आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने की कोशिश की थी, लेकिन वे किसी तरह अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहे।


डिप्रेशन, बेरोजगारी और कर्ज: आत्महत्या के पीछे के मुख्य कारण

सामूहिक आत्महत्या के पीछे कई दर्दनाक कारण सामने आए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, अमरनाथ अपनी पत्नी की इसी साल जनवरी में हुई मौत के बाद से गहरे अवसाद (डिप्रेशन) में चला गया था। वह नशे का आदी था और कुछ समय से पूरी तरह बेरोजगार था। परिवार बेहद गरीब था और घर का गुजारा सरकारी राशन से होता था। बेरोजगारी के साथ-साथ, अमरनाथ पर 20 से 25 हजार रुपये का कर्ज भी था, जिसे चुकाने का दबाव था। आर्थिक तंगी और मानसिक अवसाद को ही इस भयानक और आत्मघाती कदम का मुख्य कारण माना जा रहा है।

चाचा ने सुना रोना, बच्चों ने बचाई जान

मृतक अमरनाथ अपने चाचा सीताराम राम के खाली पड़े घर में रहता था, जबकि उसके चाचा खुद पंजाब में मजदूरी करते हैं। घटना का पता तब चला जब सोमवार सुबह करीब 4:30 बजे सीताराम राम सोकर उठे और उन्होंने अमरनाथ के दोनों बेटों के रोने की आवाज सुनी। बेटों ने बताया कि उनके पिता और बहनों ने फांसी लगा ली है। उन्होंने बताया कि अमरनाथ ने पाँचों बच्चों को फांसी लगाने की कोशिश की थी, लेकिन दोनों छोटे बेटे भागने में कामयाब रहे। इन मासूमों ने 11 महीने पहले अपनी माँ को खोया था और अब पिता व तीनों बहनों को खोने के सदमे में हैं।

पुलिस और एफएसएल की जाँच जारी

घटना की सूचना मिलते ही सकरा थाना पुलिस और एसडीपीओ मनोज कुमार सिंह तुरंत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने चारों शवों को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एसडीपीओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि चार लोगों द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की सूचना मिली थी, जिसकी छानबीन की जा रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हालांकि प्रथम दृष्टया यह सुसाइड का मामला लग रहा है, लेकिन आत्महत्या के सही कारणों का पता लगाने के लिए गहन जांच की जा रही है। जांच में सहायता के लिए घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने के लिए एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) टीम को भी बुलाया गया है, जिसके निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।