बदली पुलिस की कार्यशैली, एसएसपी खुद थानों में बैठकर सुन रहे फरियाद, अब जनता दरबार में हो रहा समस्याओं का 'On The Spot' निपटारा
मुजफ्फरपुर जिले में पुलिस और जनता के बीच की दूरी को कम करने और पारदर्शी कार्यप्रणाली सुनिश्चित करने के लिए 'पुलिस आपके द्वार' की तर्ज पर नई पहल शुरू की गई है। SSP सुशील कुमार ने एक सराहनीय पहल करते हुए थानों में ही जनता दरबार लगा रहे हैं।
Muzaffarpur -बिहार के गृह विभाग का पदभार संभालते ही उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाने का जो साफ संदेश दिया था, उसका व्यापक असर अब धरातल पर दिखने लगा है। मुजफ्फरपुर जिले में पुलिस और जनता के बीच की दूरी को कम करने और पारदर्शी कार्यप्रणाली सुनिश्चित करने के लिए 'पुलिस आपके द्वार' की तर्ज पर नई पहल शुरू की गई है।
अब थानों पर ही मिल रहे हैं जिले के कप्तान
जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक (SSP) सुशील कुमार ने एक सराहनीय पहल करते हुए थानों में ही जनता दरबार लगाना शुरू कर दिया है। अब आम लोगों को अपनी छोटी-छोटी शिकायतों के लिए जिला मुख्यालय स्थित वरीय अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। एसएसपी स्वयं प्रतिदिन अलग-अलग थानों पर पहुँचकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं।
ऑन द स्पॉट निष्पादन और जवाबदेही तय
इस जनता दरबार की सबसे खास बात यह है कि शिकायतों को केवल सुना नहीं जा रहा, बल्कि एसएसपी द्वारा संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही (On the Spot) समस्याओं के निष्पादन का कड़ा निर्देश दिया जा रहा है। इससे न केवल मामलों के निपटारे में तेजी आई है, बल्कि निचले स्तर के पुलिस अधिकारियों की जवाबदेही भी तय हो गई है।
पुलिस और पब्लिक के बीच कम होगी दूरी: एसएसपी
मामले को लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पुलिस और आम जनता के बीच विश्वास का रिश्ता कायम करना है। उन्होंने कहा, "हमारा प्रयास है कि जनता की समस्याओं का समाधान उनके स्थानीय स्तर पर ही हो जाए ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो। जनता दरबार के माध्यम से पुलिस और पब्लिक के बीच की दूरी को कम किया जा रहा है।"
रिपोर्ट - मणिभूषण शर्मा