Bihar Education News: बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारी डॉ. एस सिद्धार्थ ने जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का पदभार संभाला है, तब से वे अपने ढंग से राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने में लगे हुए हैं. इसी सिलसिले में वे नालंदा पहुंचे. जहां उन्होंने स्कूल का निरीक्षण किया. स्थानीय लोग शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी को देख चौंक गए. वहीं एस सिद्धार्थ ने बच्चों से स्कूल के बारे में जानकारी लेनी शुरू कर दी.
दरअसल एसीएस नालंदा ने नूरसराय के सरदारबिगहा स्कूल में बिना किसी औपचारिकता के अकेले प्रवेश किया और सामान्य व्यक्ति के रूप में प्रार्थना की कतार में शामिल हो गए। हालांकि, कुछ शिक्षकों ने उन्हें पहचान लिया। इसके बाद, एसीए ने बच्चों और शिक्षकों से बातचीत की और विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों के साथ घुलमिलकर संवाद किया। लेकिन अपर मुख्य सचिव के अचानक निरीक्षण ने जिले के शिक्षा विभाग में हलचल मचा दी।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ स्कूल तक पहुंचने से पहले सरकारी वाहन को काफी पहले रोक दिया और अकेले ही सरदारबिगहा स्कूल पहुंचे। इस कारण एसीएस के आगमन की जानकारी किसी को नहीं मिली। हालांकि, एक शिक्षक द्वारा पहचान लिए जाने के बाद, उन्होंने छात्रों और शिक्षकों से शिक्षा, सुविधाओं, एमडीएम, नए मेनू और अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। स्कूल में सफाई की कमी को देखते हुए, एसीएस ने बच्चों को इसकी महत्वता समझाई और नियमित रूप से सफाई करने का निर्देश दिया।जिला शिक्षा पदाधिकारी और विभाग के अन्य अधिकारी त्वरित गति से नूरसराय पहुंचे। सरदार बिहगा स्कूल का निरीक्षण करने के बाद एसीएस अन्य विद्यालयों की जांच के लिए आगे बढ़ गए। एस सिद्धार्थ से मिलकर बच्चे अत्यंत प्रसन्न दिखाई दे रहे थे।
शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. सिद्धार्थ लगातार कोशिश कर रहे हैं। इसी क्रम में एकाएक नालंदा पहुंचे एसीएस डॉ. एस सिद्धार्थ के औचक निरीक्षण के दौरान विभागीय अधिकारियो में खलबली मची हुई है।
रिपोर्ट-राज पाण्डेय