Bihar News: एक साथ बुझी दो सांसें, नालंदा में मां-बेटे की एक साथ उठी अर्थी, गांव में पसरा मातम
Bihar News: गांव में ऐसा मंजर देखने को मिला, जिसने पत्थर दिलों को भी नम कर दिया। गांव की गलियों में एक साथ उठती मां और बेटे की अर्थी ने हर आंख को नम कर दिया।

Bihar News: नालंदा ज़िले के एकंगरसराय प्रखंड अंतर्गत सैदपुर गांव में रविवार को ऐसा मंजर देखने को मिला, जिसने पत्थर दिलों को भी नम कर दिया। गांव की गलियों में एक साथ उठती मां और बेटे की अर्थी ने हर आंख को नम कर दिया।
शनिवार की रात मुन्नी देवी का निधन हुआ था। घर में मातम पसरा ही था कि रविवार सुबह उनकी जीवन डोर थामे रखने वाले बेटे जन्मेजय कुमार की भी आकस्मिक मौत की खबर आई।परिजनों के अनुसार, जन्मेजय शौच के लिए गांव के बाहर गौरेया स्थान गए थे, जहां बिजली के टूटे हुए तार की चपेट में आने से वे बुरी तरह झुलस गए। ग्रामीणों ने तुरंत उन्हें एकंगरसराय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एक ही दिन दो जनाज़े, एक ही चिता
जिस बेटे ने मां की चिता सजाने की तैयारी में हाथ लगाया होता, वही बेटा अब मां के साथ चिता पर सो गया। रविवार को जब गांव से एक साथ दो अर्थियां निकलीं, तो मातम की लहर पूरे इलाके में दौड़ गई।फतुहा गंगा घाट पर मां और बेटे की एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। यह दृश्य इतना भावुक था कि हर शख्स की रूह कांप उठी।जन्मेजय कुमार एक मेहनतकश अधेड़ थे, जो मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। उनके यूं असमय चले जाने से परिवार टूट चुका है, और गांव में सन्नाटा पसरा है।थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार झा ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है। फिलहाल परिजन करंट लगने से हुई मौत की पुष्टि कर रहे हैं।
गांव की जुबान पर एक ही बात है —"मां के जाने का ग़म कम था क्या, कि बेटा भी साथ चला गया। जैसे मां की पुकार सुन बेटे ने भी दुनिया छोड़ दी..."यह हादसा सिर्फ एक परिवार की नहीं, पूरे समाज की त्रासदी बन गया है — रिश्तों की वो गांठ जो अब कभी नहीं जुड़ पाएगी।
रिपोर्ट- राज पाण्डेय