Bihar Politics : नालंदा में प्रशांत किशोर ने स्वास्थ्य मंत्री पर साधा निशाना, कहा – “मंत्री के खाते में नहीं, ससुर और पत्नी के खाते में क्यों गया पैसा?”

Bihar Politics : नालंदा में प्रशांत किशोर ने स्वास्थ्य मंत्र

NALANDA : जिले के चंडी प्रखंड स्थित बापू हाई स्कूल प्रांगण में रविवार को आयोजित बिहार बदलाव सभा के दौरान जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर गंभीर आरोप लगाए। सभा के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि स्वयं मंत्री ने यह स्वीकार किया है कि उन्होंने व्यापारी दिलीप जायसवाल से 25 लाख रुपये लिए थे।

पीके ने सवाल उठाया कि अगर यह रकम कर्ज के तौर पर ली गई थी, तो इसे सीधे मंत्री के व्यक्तिगत बैंक खाते में क्यों जमा नहीं किया गया? उनके अनुसार, यह राशि पहले मंत्री के ससुर के खाते में गई और वहां से उनकी पत्नी के खाते में ट्रांसफर की गई। उन्होंने इस लेन-देन को संदिग्ध बताते हुए कहा कि इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

प्रशांत किशोर ने आगे आरोप लगाया कि मंत्री ने जिस फ्लैट की कीमत 81 लाख रुपये बताई है, उसमें से 25 लाख रुपये तो दिलीप जायसवाल से लिए गए, लेकिन शेष 61 लाख रुपये कहां से आए, इसका खुलासा अब तक नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “अगर मंत्री जी ईमानदार हैं, तो उन्हें जनता के सामने यह बताना चाहिए कि बाकी राशि का स्रोत क्या है।”

सभा के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े एक और कथित घोटाले की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने 450 एंबुलेंस की खरीद के लिए 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया, लेकिन इस प्रक्रिया में भारी अनियमितताएं हुईं। उनके अनुसार, न तो आपूर्ति में और न ही भुगतान की पारदर्शिता में कोई स्पष्टता है, जिससे जनता के टैक्स का दुरुपयोग हुआ है। पीके ने कहा कि बिहार में विकास तभी संभव है जब जनता अपने नेताओं से जवाबदेही की मांग करे। उन्होंने दावा किया कि जन सुराज अभियान का लक्ष्य केवल सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि शासन व्यवस्था में ईमानदारी और पारदर्शिता लाना है।

नालंदा से राज की रिपोर्ट