Corona Cases In Patna: पटना में पैर पसार रहा कोरोना, एम्स के डॉक्टर-नर्स सहित 6 संक्रमिक, 9 एक्टिव केस, अस्पतालों में हाई अलर्ट

Corona Cases In Patna: राजधानी पटना में कोरोना के 9 एक्टिव केस हैं। बीते दिन यानी मंगलवार को प्रदेश में 6 नए केस मिले हैं। जिसमें एम्स के डॉक्टर और नर्स भी शामिल हैं। कोरोना के बढ़ते केस को लेक अस्पतालों में हाई अलर्ट जारी है।

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पटना में कोरोना के 9 एक्टिव केस - फोटो : social media

Corona Cases In Patna: देशभर में कोरोना एक बार फिर पैर पसारने लगा है। राजधानी पटना में कोरोना के 6 नए मरीज मिले हैं। जिसमें पटना एम्स के डॉक्टर और नर्स भी शामिल हैं। कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए अस्पतालों में हाई अलर्ट है। जानकारी अनुसार मंगलवार को जिले में छह नए कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है, जिससे कुल सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। नए संक्रमितों में एम्स पटना की एक महिला डॉक्टर, एक महिला नर्स और एक अन्य कर्मचारी शामिल हैं। तीनों का इलाज एम्स के वरिष्ठ चिकित्सकों की निगरानी में किया जा रहा है।

पटना में कोरोना के 9 एक्टिव केस

इसके अलावा, एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल) में भी दो मरीजों की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। साथ ही शहर के आरपीएस मोड़ इलाके का एक 42 वर्षीय व्यक्ति भी संक्रमित पाया गया है। जिसने राजा बाजार स्थित एक निजी लैब में अपनी जांच कराई थी सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि एम्स की रिपोर्ट में तीन कर्मचारियों, एनएमसीएच में दो मरीजों और आरपीएस मोड़ के एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें से तीन मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है, जबकि शेष को होम आइसोलेशन में रखा गया है।

कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सतर्कता बढ़ी

बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पटना सहित बिहार के अन्य जिलों के मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। आईजीआईएमएस (इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान) के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 12 ऑक्सीजन बेड और 3 आईसीयू बेड आरक्षित किए गए हैं। साथ ही इलाज के लिए एक क्विक रिस्पॉन्स डॉक्टरों की टीम भी गठित की गई है।

कोरोना के लक्षण

कोरोना के लक्षण की बात करें तो सर्दी, खांसी, बुखार और बदन दर्द पाए जाने पर सभी मरीजों की जांच कराई गई थी। वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एनएमसीएच प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। अधीक्षक डॉ. प्रो. रश्मि प्रसाद ने बताया कि 100 बेड का नया प्रीफैब्रिकेटेड वार्ड जल्द ही कोविड वार्ड के रूप में तैयार किया जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर मरीजों को तत्काल इलाज मिल सके।

"घबराने की जरूरत नहीं, रहें सतर्क"

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने लोगों से अपील की है कि वे कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर घबराएं नहीं, बल्कि सतर्क रहें। उन्होंने बताया कि भारत में मिले कोविड-19 के दो नए सब-वेरिएंट पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी कहा है कि ये घातक नहीं हैं। मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के अस्पतालों में जांच और इलाज की पूरी व्यवस्था है, और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है।

स्वास्थ्य विभाग की सलाह

पटना सहित राज्य के अन्य जिलों में कोरोना को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से आमजन से अपील की गई है कि सर्दी, खांसी, बुखार या शरीर में दर्द जैसे लक्षण दिखने पर तत्काल जांच कराएं और भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना और सतर्कता बरतना जारी रखें।