निगरानी का बड़ा एक्शन: 10 हजार की घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा गया पंचायत सचिव, जन्म प्रमाण पत्र के लिए मांगी थी रिश्वत

भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए विशेष निगरानी इकाई (SVU) ने आरा सदर प्रखंड के पंचायत सचिव जितेंद्र प्रसाद को ₹10,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी पंचायत सचिव जन्म प्रमाण पत्र जारी करने के बदले पैसे मांगे थेे।

निगरानी का बड़ा एक्शन: 10 हजार की घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा गया

Patna -  : बिहार सरकार की विशेष निगरानी इकाई (SVU) ने आरा सदर प्रखंड के पंचायत सचिव जितेंद्र प्रसाद को ₹10,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी पंचायत सचिव एक व्यक्ति से जन्म प्रमाण पत्र जारी करने के एवज में रुपयों की मांग कर रहा था। 

जन्म प्रमाण पत्र के लिए मांगी थी घूस

भोजपुर जिले के आरा सदर प्रखंड में तैनात पंचायत सचिव जितेंद्र प्रसाद पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा था। एक शिकायतकर्ता ने विशेष निगरानी इकाई (SVU) को सूचना दी थी कि पंचायत सचिव जन्म प्रमाण पत्र बनाने के बदले ₹10,000 की रिश्वत मांग रहे हैं। इस शिकायत के आधार पर निगरानी विभाग ने तत्काल कार्रवाई की योजना बनाई। 

निगरानी विभाग ने बिछाया जाल

निगरानी इकाई को 29 दिसंबर 2025 को शिकायत मिली थी, जिसका गोपनीय तरीके से सत्यापन कराया गया। जांच में रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि होने के बाद पुलिस उपाधीक्षक चंद्र भूषण और पुलिस उपाधीक्षक बिंदेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में एक विशेष धावा दल (Trap Team) का गठन किया गया। 

10 हजार रुपये लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

आज यानी 30 दिसंबर 2025 को दोपहर लगभग 2:30 बजे, जैसे ही पंचायत सचिव जितेंद्र प्रसाद ने रिश्वत की राशि स्वीकार की, पहले से घात लगाकर बैठी निगरानी की टीम ने उन्हें दबोच लिया। उनकी जेब से ₹10,000 की केमिकल युक्त नोट बरामद किए गए। गिरफ्तारी के वक्त कार्यालय में हड़कंप मच गया। 

धावा दल की कुशल कार्रवाई

निगरानी की इस टीम में दो डीएसपी के अलावा कई अन्य अधिकारी और कर्मी शामिल थे। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटा लिए गए हैं। रंगे हाथ गिरफ्तारी के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि प्रखंड स्तर पर छोटे कामों के लिए भी आम जनता को किस तरह प्रताड़ित किया जा रहा था। 

आधिकारिक कागजी कार्रवाई जारी

गिरफ्तारी के बाद आरोपी पंचायत सचिव को पटना लाया जा रहा है, जहां उनसे आगे की पूछताछ की जाएगी। निगरानी विभाग जितेंद्र प्रसाद के अन्य संपत्तियों और उनके कार्यकाल के दौरान हुए अन्य कार्यों की भी फाइलें खंगाल सकती है। 

भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का संदेश

विशेष निगरानी इकाई की इस त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर संदेश दिया है कि सरकारी सेवाओं के बदले रिश्वत लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। विभाग ने लोगों से अपील की है कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत की मांग करता है, तो बिना डरे इसकी सूचना निगरानी विभाग को दें।

रिपोर्ट - अनिल कुमार