बिहार में दामाद पॉलिटिक्स! विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने 'दामादों' को किया सेट, जानिए किसको क्या मिला तोहफा.....
Bihar News : बिहार में दामाद पॉलिटिक्स देखने को मिला है. पिछले दिनों गठित आयोग में एक मंत्री और एक पूर्व केन्द्रीय मंत्री के दामाद को जगह दी गयी है. जिसके बाद चर्चा गर्म है.......पढ़िए आगे

PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ताबड़तोड़ फैसले कर रहे हैं। इन फैसलों में विभिन्न आयोगों का गठन भी शामिल है। सीएम नीतीश ने चुनाव से पहले अल्पसंख्यक आयोग, सवर्ण आयोग, मछुआरा आयोग, अनुसूचित जनजाति आयोग का भी गठन किया है और एनडीए के घटक दल के नेताओं कार्यकर्ताओं को जगह दी गई है। लेकिन सबसे अधिक चर्चा परिवार के सदस्यों को आयोग में स्थान देने को लेकर हो रही है। इसको लेकर विपक्ष की तरफ से सरकार पर निशाना भी साधा जा रहा है। हालाँकि चुनाव को लेकर आयोगों के गठन में जातिय समीकरण का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।
इसमें सबसे अधिक चर्चा अनुसूचित जाति आयोग को लेकर की जा रही है। जिसमें दो केन्द्रीय मंत्रियों के रिश्तेदारों को जगह दी गयी है। इस आयोग में केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान के बहनोई धनंजय कुमार उर्फ़ मृणाल पासवान को अध्यक्ष बनाया गया है। जो स्वर्गीय रामविलास पासवान के दामाद लगते हैं। वहीँ केन्द्रीय मंत्री जीतनराम मांझी के दामाद देवेन्द्र मांझी को इस आयोग में उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा नालंदा के संजय कुमार रविदास, पटना के रूबल रविदास और औरंगाबाद के ललन राम को अनुसूचित जाति आयोग का सदस्य बनाया गया है। इस तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटक दलों के रिश्तेदारों को भी अब सेट कर दिया है।
हालाँकि राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है की आगामी विधानसभा चुनाव में मृणाल पासवान और देवेन्द्र मांझी किस्मत आजमाने वाले थे। लेकिन आयोग में जगह मिल जाने के बाद अब इस तरह की अटकलों पर विराम लग गया है। बता दें की एनडीए में शामिल जीतनराम मांझी और चिराग पासवान के कई रिश्तेदार और परिजन पहले से ही राजनीति में हैं। जीतनराम मांझी खुद केंद्र में मंत्री हैं तो उनके बेटे संतोष मांझी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ बिहार सरकार में मंत्री हैं। वहीं संतोष सुमन की पत्नी दीपा मांझी भी विधायक हैं। मांझी की समधन भी विधायक हैं। अब जीतन राम मांझी के दामाद देवेंद्र मांझी भी आयोग में सेटल हो गए हैं।
वंदना की रिपोर्ट