Anant Singh News: जय अनंत तय अनंत...'छोटे सरकार' की गिरफ्तारी के बाद गोलबंद हुए भूमिहारों का ऐलान ! अब मोकामा लड़ेगा चुनाव

Anant Singh News: अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद सभी भूमिहार गोलबंद नजर आ रहे हैं। भूमिहार नेताओं ने ऐलान कर दिया है कि मोकामा विधानसभा चुनाव में अनंत सिंह की जगह अब जनता चुनाव लड़ेगी।

अनंत सिंह
जय अनंत तय अनंत - फोटो : social media

Anant Singh News:  मोकामा के पूर्व विधायक और जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह की शनिवार देर रात गिरफ्तारी हुई। बाढ़ के बेढ़ना से अनंत सिंह को गिरफ्तार किया गया। अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद सारे भूमिहार गोलबंद नजर आ रहे हैं। बता दें कि अनंत सिंह भूमिहारों के बड़े नेता हैं। अनंत सिंह को उनके क्षेत्र के लोग छोटे सरकार के नाम से पुकारते हैं। अनंत सिंह का क्षेत्र में काफी प्रभाव भी है। वहीं अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद मोकामा में गोलबंद देखा जा रहा है।

जय अनंत तय अनंत 

अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों में आक्रोश तो देखा जा ही रहा है। साथ ही समर्थक विश्वास भी जता रहे हैं कि उनके साथ न्याय होगा। अनंत सिंह के समर्थकों ने कहा कि, विधायक जी सब दिन कानून का सम्मान किए हैं। कानून के तहत विधायक जी ने अपनी गिरफ्तारी दे दी। समर्थकों ने कहा कि कानून की रक्षा करते हुए अनंत सिंह ने खुद अपनी गिरफ्तारी दी। पुलिस आई तो वो उनके साथ चले गए। 

जनता ही अनंत है...

जब समर्थकों से सवाल किया गया कि अनंत सिंह की गिरफ्तारी का चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा तो उन्होंने कहा कि, जय अनंत तय अनंत..विधायक जी कहते हैं हम अनंत नहीं है जनता अनंत है। जनता बाहुबली होती है और जनता अनंत सिंह है। समर्थकों ने कहा कि कानून के सम्मान में सम्मानपूर्ण गिरफ्तारी हुई है। उन्होंने कहा कि सांच को आंच नहीं होगा। न्याय जनता देगी। विधायक जी निर्दोष हैं और जनता का एक एक मत विधायक जी को न्याय देगा। मोकामा में अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। 6 नवंबर को पहले चरण का मतदान होना है। 

भूमिहारों के प्रभावशाली नेता है अनंत 

गौरतलब हो कि, बिहार की राजनीति में जातिगत समीकरण बहुत महत्वपूर्ण हैं। कई राजनीतिक दल अक्सर भूमिहार मतदाताओं को संगठित करने के लिए अनंत सिंह जैसे प्रभावशाली नेताओं का उपयोग करते थे। अनंत सिंह की छवि एक स्थानीय संरक्षक (गॉडफादर या दादा) की रही है, जो अपने समर्थकों के लिए खड़े होते थे। इस छवि ने उन्हें अपने समुदाय के बीच लोकप्रियता हासिल करने में मदद की। अनंत सिंह की छवि एक 'दबंग' और 'बाहुबली' नेता की रही है, जिन्हें उनके समर्थक 'छोटे सरकार' के नाम से जानते हैं।

अनंत सिंह का लोगों से लगाव 

अनंत सिंह के बड़े भाई, दिलीप सिंह, 1980 के दशक के मध्य में क्षेत्र के एक प्रभावशाली भूमिहार गिरोह के नेता के रूप में उभरे थे और बाद में राजनीति में आए। अनंत सिंह ने इसी पारिवारिक राजनीतिक विरासत और बाहुबल को आगे बढ़ाया, जिससे समुदाय का समर्थन उन्हें स्वतः ही मिलना शुरू हो गया। इस छवि ने उनके समर्थकों के बीच, जिनमें भूमिहार समुदाय भी शामिल है, एक भरोसे का भाव पैदा किया कि वह उनके हितों की रक्षा कर सकते हैं और क्षेत्र में उनका मान-सम्मान बनाए रख सकते हैं उन्होंने स्थानीय स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत की और लोगों से सीधे जुड़ाव बनाए रखा।