Bihar Teacher Transfer: बिहार के इतने हजार टीचर ट्रांसफर आवेदन लेंगे वापस, इस कारण शिक्षकों में भारी नाराजगी, 1.90 लाख ने दिया था आवेदन

Bihar Teacher Transfer: बिहार के शिक्षकों में नाराजगी देखी जा रही है। जिसके कारण भारी संख्या में शिक्षक तबादले के आवेदन को वापस ले रहे हैं। ये वहीं शिक्षक हैं जो कई साल से तबादले की मांग कर रहे थे वहीं अब आवेदन वापस ले रहे हैं...

शिक्षक
हजारों शिक्षक आवेदन लेंगे वापस - फोटो : social media

Bihar Teacher Transfer:  बिहार के शिक्षक तबादले के लिए कई सालों से मांग कर रहे थे। शिक्षा विभाग ने तबादले के लिए आवेदन भी लिया और तबादला भी किया, लेकिन आलम यह है कि जो कई सालों से तबादला लेना चाह रहे थे अब वहीं तबादला रद्द करने के लिए आवेदन दे रहे हैं। दरअसल, बीते दिन ही शिक्षा विभाग ने तबादला वापस लेने के लिए शिक्षकों से आवेदन मांगा था। आवेदन के लिए मंगलवार से पोर्टल खोल दिया गया है। वहीं सूत्रों की मानें तो कुल 10 हजार शिक्षक आवेदन वापस ले सकते हैं। इस सबसे बड़ी वजह है कि इन शिक्षकों को इनका मनपसंद ब्लॉक नहीं मिला है ना ही पसंदीदा स्कूल मिला है। शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही ट्रांसफर प्रक्रिया में ऐसे शिक्षकों की पोस्टिंग दूरदराज के इलाकों में की जा रही है, जहां पहुंचना उनके लिए मुश्किल हो रहा है।

10 हजार शिक्षक वापस ले सकते हैं आवेदन 

बता दें कि, ट्रांसफर के लिए किए गए आवेदन की वापसी की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है। शिक्षक ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपने ID और पासवर्ड की मदद से लॉगिन कर आवेदन रद्द कर सकते हैं। शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने वर्षों से ट्रांसफर की मांग की थी, लेकिन अब जो स्कूल और ब्लॉक दिए जा रहे हैं वे उनके वर्तमान स्कूल से भी अधिक दूरी पर हैं। कई मामलों में स्कूल मेन रोड से 8 से 14 किलोमीटर दूर स्थित हैं। जिससे उन्हें आने-जाने में प्रतिदिन 3-4 घंटे का समय लग रहा है। ऊपर से परिवहन की भी समुचित व्यवस्था नहीं है। जिससे स्थिति और जटिल हो गई है।

पटना के लिए सबसे अधिक ट्रांसफर की मांग

शिक्षकों के बीच पटना सबसे अधिक पसंदीदा पोस्टिंग स्थल रहा है। अकेले पटना के लिए करीब 25 हजार ट्रांसफर आवेदन किए गए थे। वर्तमान में ये शिक्षक मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, गया, नालंदा, जहानाबाद, बेगूसराय जैसे जिलों में पदस्थ हैं। लेकिन पटना में इन्हें मोकामा, पंडारक, बेलछी, घोसवरी जैसे ग्रामीण और दूरस्थ ब्लॉकों में पोस्टिंग दी जा रही है। जहां स्कूल तक पहुंचना मुश्किल है। शिक्षकों का कहना है कि मुजफ्फरपुर और हाजीपुर जैसे शहरों में स्कूल मुख्य सड़क से लगे होते हैं। जिससे यात्रा आसान होती है। लेकिन नए स्थानों पर स्कूल गांवों में हैं। जहां न सड़कें ठीक हैं और न परिवहन।

ट्रांसफर प्रक्रिया की वर्तमान स्थिति

कुल 1.90 लाख शिक्षकों ने दिसंबर 2024 में ट्रांसफर के लिए आवेदन किया था। इनमें से 1.30 लाख शिक्षकों के ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। करीब 23 हजार शिक्षकों का ट्रांसफर पहले ही किया जा चुका है। 60,226 आवेदनों की समीक्षा अब भी चल रही है। ट्रांसफर के इच्छुक करीब 18 हजार शिक्षक ऐसे हैं जिनका वर्तमान स्कूल घर से 8-12 किलोमीटर दूर है। ऐसे शिक्षक अपने घर के पास ट्रांसफर की उम्मीद में आवेदन कर रहे थे, लेकिन जब नए स्कूल इससे भी ज्यादा दूर निकले, तो उन्होंने आवेदन वापस लेने का फैसला किया।

जो पुराने विद्यालय में पढ़ाना चाहते हैं वो वापस ले सकते हैं आवेदन 

शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने स्पष्ट किया है कि जो शिक्षक अब भी अपने पुराने विद्यालय में पढ़ाना चाहते हैं वे अपने ट्रांसफर आवेदन को रद्द कर सकते हैं। आवेदन रद्द होते ही वे अपने वर्तमान पद पर बने रहेंगे। फिलहाल, विभाग के अधिकारी ट्रांसफर प्रक्रिया में व्यस्त हैं। जिससे आधार कार्ड अपडेट, नाम सुधार, बैंक खाता विवरण सुधार जैसी अन्य प्रक्रियाएं प्रभावित हो रही हैं।