Bihar lightning Death: कोई जा रहा था बहन का ससुराल, किसी को था खेत में काम! बिहार में आकाशीय बिजली बनी कहर से दरभंगा समेत कई जिलों में 18 से अधिक लोगों की मौत
बिहार में बुधवार को आकाशीय बिजली गिरने से 18 से अधिक लोगों की मौत हो गई। दरभंगा में 5 मौतें हुईं। जानिए हादसों की पूरी जानकारी और सावधानियों के उपाय।

Bihar lightning Death: बिहार का मौसम बुधवार को अचानक ऐसा बदला कि आसमान से आफत बरस पड़ी। तेज गरज, बारिश और आकाशीय बिजली की चपेट में आकर राज्य भर में 18 से अधिक लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। अकेले दरभंगा जिले में 5 मौतों की पुष्टि हुई है। यह घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि बदलते मौसम और अस्थिर जलवायु प्रणाली किस कदर जानलेवा होती जा रही है।
सबसे अधिक असर ग्रामीण क्षेत्रों में
ग्रामीण इलाकों में लोग खेतों में काम कर रहे थे, फसल समेट रहे थे, या फिर घर के पास खेल रहे बच्चों की मासूम जिंदगी खतरे में पड़ गई। कई परिवारों में कमाऊ सदस्य की मौत से जीवन की डोर ही टूट गई है। सबसे दुखद पहलू यह है कि अधिकांश लोग बिजली गिरने की चपेट में तब आए जब वे खेतों में काम कर रहे थे, यानी जीविका के लिए संघर्ष कर रहे थे।
दरभंगा में 5 मौतें
लदहो पंचायत के कटैया गांव में 68 वर्षीय जवाहर चौपाल खेत में थ्रेसिंग के बाद गेहूं समेट रहे थे, तभी बिजली गिरने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई। उनके बेटे ने बताया कि घर में वही एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। छह बेटियों में से एक की भी अभी शादी नहीं हुई।
बिजली के तार पर वज्रपात से 8 वर्षीय सत्यम की जान चली गई
महमूदा गांव में आकाशीय बिजली तार पर गिरी और 8 साल का सत्यम कुमार, जो घर के पास खेल रहा था, उसकी चपेट में आ गया। धमाके और तेज रोशनी से गांव दहल उठा।
कमला बांध के पास गेहूं समेट रहे हरिश्चंद्र सदा की मौत
18 वर्षीय हरिश्चंद्र सदा अपने गांव कनकी मुसहरी के पास गेहूं समेट रहे थे। अचानक गिरी बिजली ने उनकी जीवनलीला वहीं समाप्त कर दी।
बहन के ससुराल जा रहे राहुल कुमार चौपाल की मौत
बौराम निवासी राहुल अपनी बहन के ससुराल जा रहे थे, जब रास्ते में कुमरौल गांव के पास बिजली गिरने से उनकी जान चली गई।
गेहूं समेट रही समीना खातून की मौके पर मौत
लीलपुर गांव की 55 वर्षीय विधवा समीना खातून खलिहान में गेहूं समेट रही थीं जब बिजली गिरी। उनका बेटा अकबर बुरी तरह झुलस गया और अस्पताल में भर्ती है।